अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड के निधन के बाद जो हिंसा बढ़ी है उसका एक रूप सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला है. कई बॉलीवुड स्टार्स ने भी इस घटना पर अपना रोष व्यक्त किया है. अभिनेत्री सारा अली खान अनजाने में हो गई इसका शिकार. सारा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने ‘Black Lives Matter’ की जगह पर 'All Lives Matter' लिखा. इसके बाद सारा ट्रोलर्स एक निशाने पर आ गई.
दरअसल, सारा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से #AllLivesMatter के साथ एक पोस्ट शेयर किया. पोस्ट में तीन हाथ बने हुए थे जो अलग-अलग रंग थे. पोस्ट में एक हाथी की सूंड भी एड किया हुआ था. कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर नाराज हो गए. ट्रॉल्लिंग के बाद सारा ने इस पोस्ट को अपने अकाउंट से डिलीट कर दिया. शायद सारा समझ गई कि उन्हें इस तरह से यह पोस्ट नहीं करना चाहिए था. डिलीट करने के बाद भी ट्विटर पर सारा लगातार ट्रोल हो रही है.
कौन थे जॉर्ज फ्लॉयड
25 मई को 46 साल के अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड जो अफ़्रीकी अमेरिकी समुदाय के थे उन्हें अमेरिकी पुलिस ने कैब से उतारकर जमीन पर लिटाकर घुटनों से उसकी गर्दन दबाकर मार डाला. जिससे वहीं उनकी मौत हो गई. उसी के बाद घटना का एक वीडियो सामने आया जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो के वायरल होने के बाद से पूरे अमेरिका के लोग, स्टार्स और भी कई लोग हैरान है और तभी से धरने-प्रदर्शन चल रहे हैं. '
क्यों अमेरिकी पुलिस की जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या
जॉर्ज ह्यूस्टन में रहता था लेकिन काम के सिलसिले में मिनियापोलिस आ गया वहां वो एक रेस्टोरेंट में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था और उसी रेस्टोरेंट के मालिक के घर पर किराया देकर पांच साल से रहता था. आपको यह भी बता दें कि जॉर्ज की एक छह साल की बेटी है जो अपनी मां के साथ ह्यूस्टन में रहती है. वहीं जॉर्ज को 'बिग फ्लॉयड' के नाम से जाना जाता था और जॉर्ज को मिनियापोलिस शहर काफी पसंद था, वह ह्यूस्टन छोड़कर मिनियापोलिस में नए अवसरों के लिए आया हुआ था. जी दरअसल जॉर्ज फ्लॉयड को 25 मई को मिनियापोलिस में एक दुकान के बाहर पुलिस ने हिरासत में लिया था और हिरासत में लेने के कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई. वहीं हिरासत के दिन जारी हुए वीडियो में उसे एक श्वेत पुलिस अधिकारी डेरेक शोविन ने गिरफ्तार किया था और जॉर्ज के गले को घुटने से दबाने वाले पुलिस अधिकारी पर थर्ड डिग्री मर्डर का आरोप लगाया गया है. पुलिस का कहना है, जॉर्ज पर आरोप लगाया गया था कि ''उन्होंने 20 डॉलर (करीब 1500 रुपये) के फर्जी नोट के जरिए एक दुकान से खरीदारी की कोशिश की.''