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'अपराजित अयोध्या' को प्रोड्यूस और डायरेक्ट करेंगी कंगना रनौत, फिल्म को बताती हैं 'प्रेम, विश्वास और एकता की कहानी'

बॉलीवुड इंडस्ट्री में क्वीन के नाम जाने जानें वाली एक्ट्रेस कंगना रनौत ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी एक अलग पहन बना ली है. जी हां, एक बेहतरीन अदाकारा के रूप में उभरी कंगना की नजर अब कंटेंट ड्राइव फिल्म्स की तरफ है. ऐसे में अब बतौर एक्ट्रेस अपना लोहा मनवाने वाली एक्ट्रेस अब डायरेक्शन करने पर भी विचार कर रही हैं. पिछले साल 'मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी' को को-डायरेक्ट करने के बाद, कंगना अपराजित अयोध्या का डायरेक्ट करेंगी. बता दें कि कंगना के प्रोडक्शन हाउस द्वारा प्रोड्यूस की जाने वाली ये महत्वाकांक्षी परियोजना केवी विजयेंद्र प्रसाद द्वारा लिखित होगी. फिल्म की कहानी राम मंदिर के मामले के इर्द गिर्द घूमेगी.

अपराजित अयोध्या के बारे में बात करते हुए कंगना ने एक बयान में कहा, फिल्म को निर्देशित करना ओरिजिनल आईडिया नहीं था. हालांकि, परियोजना में उनके पार्टनर्स उत्सुक थे कि वह निर्देशक के रूप में भी कदम रखें. जिसके बाद धीरे-धीरे कंगना को यकीन हो गया कि वह ऐसा कर सकती हैं. एक्ट्रेस कहती हैं, "मेरे द्वारा फिल्म को डायरेक्ट की जाने की कोई प्लानिंग नहीं थी. मैंने इसे एक परियोजना के रूप में शुरू किया था, जिसपर मैंने कांसेप्ट लेवल पर काम किया था. मैं इसे प्रोड्यूस करना चाहती थी और डायरेक्ट करने के लिए किसी और को लेना चाहती थी. मैं तब बहुत बिजी थी और मैं इसके डायरेक्शन के बारे में सोच भी नहीं सकती थी. हालांकि, केवी विजयेंद्र प्रसाद ने जो स्क्रिप्ट साझा की थी, वह एक बड़े कैनवास पर सेट की गई फिल्म थी, कुछ हद तक ऐतिहासिक फिल्म की तर्ज पर, जिसे मैंने पहले डायरेक्ट किया था. मेरे सहयोगी पार्टनर्स भी उत्सुक थे कि मैं इसे डायरेक्ट करूं. आखिरकार, मुझे भी लगा कि अगर मैं इस फिल्म को डायरेक्ट करती हूं तो शायद यह सबसे अच्छा हो. तो, यह इस तरह से हुआ."

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अपराजित अयोध्या इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में कंगना का पहला प्रोजेक्ट होगा. आगे बात करते हुए कंगना कहती हैं, "यह मुझे नर्वस नहीं करता. यह तब और कठिन हो जाता है जब आपको किसी और की दृष्टि को आगे बढ़ाना होता है और अपनी दृष्टि को उसमें कहीं शामिल करना होता है.मैं पूरी तरह से फिल्मकार के रूप में फिल्म पर अपना ध्यान केंद्रित रखना चाहती हूं. मेरे लिए, यह एक विवादास्पद विषय नहीं है. मैं इसे प्यार, विश्वास और एकता की कहानी के रूप में देखती हूं, और हर चीज के ऊपर यह देवत्व की कहानी है."

(Source: Delhitimes)

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