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अदनान सामी और मोनाली ठाकुर ने कथित म्यूजिक माफिया के खिलाफ उठाई आवाज, कहा- 'वे तुम्हें चींटियों की तरह मसलते हैं'

सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर जैसे बहस सी छिड़ गयी है, ऐसे में सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े स्टार्स ने भी अपनी आवाज उठानी शुरू कर दी है. बता दें कि, अब अदनान सामी और मोनाली ठाकुर ने भी खुलकर अपनी राय रखी है.

अदनान सामी ने पोस्ट शेयर कर लिखा है, "ये फिल्म इंडस्ट्री और म्यूजिक इंडस्ट्री को इस समय गंभीरता से सोचने की जरूरत है.खासतौर पर म्यूजिक, सिंगर्स, वेटर्न सिंगर्स, कंपोजर्स और म्यूजिक प्रोड्यूसर्स को जिनका लगातार शोषण होता आ रहा है. जिन लोगों को क्रिएटिविटी का अंदाजा भी नहीं उन्होंने क्रिएटिविटी को कंट्रोल क्यों किया है, वो खुद को खुदा क्यों मान बैठे हैं."

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

The Indian Film & Music Industry SERIOUSLY needs a ‘Herculean‘ SHAKE UP. Especially in the context of music, New Singers, Veteran Singers, Music Composers & Music Producers - who are being exploited to the HILT!! “Fall into the DICTAT or you’re OUT”... Why is creativity beyond “CONTROLLED” by those you have no clue about ‘creativity’ & are trying to play GOD?? We have 1.3 Billion people in India by the grace of God- Is all that we have to offer is ‘remakes’ & ‘remixes’? For God sake, STOP THIS & allow the truly talented new & veteran artistes BREATH & give you creative peace Musically & Cinematically!!! Have you, the Movie & Music ‘Mafia’ who have arrogantly entitled yourselves as the ‘self professed & self appointed gods‘ not learned anything from history that you can NEVER control art & the ecosystem of creativity of any field? ENOUGH!! MOVE OVER!! “CHANGE” is here & it’s knocking on your door!! Ready or Not, it‘s coming in! Brace yourselves! As Abraham Lincoln said - “You can fool some of the people some of the time, but you cannot fool all the people all the time!!”

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आगे उन्होंने लिखा है, "देश में भगवान की कृपया से 1.3 बिलियन लोग हैं. लेकिन हमारे पास उन्हें देने के लिए सिर्फ रिमेक और रीमिक्स हैं? भगवान के लिए अब बस करो और नए टैलेंट्स को मौका दो, वेटर्न्स को सांस लेने दें और म्यूजक और सिनेमा को थोड़ी जगह दो. मूवी और म्यूजिक माफिया जिन्होंने खुद को भगवान का दर्जा दे रखा है, क्या उन्होंने इतिहास से कुछ नहीं सीखा. आर्ट और इको सिस्टम को कभी कंट्रोल नहीं किया जा सकता. बस अब बदलाव के लिए तैयार हो जाओ. तुम तैयार हो या नहीं बदलाव आपके दरवाजे पर आ खड़ा हुआ है. अब्राहम लिंकन ने कहा है, तुम कुछ लोगों को कुछ समय के लिए पागल बना सकते हो लेकिन सभी को हर समय पागल नहीं बना सकते."

(यह भी पढ़ें: प्रकाश राज ने नेपोटिज्म पर शेयर किया सुशांत सिंह राजपूत का पुराना वीडियो, कहा- 'मैं इससे होकर गुजरा हूं')

दूसरी ओर मोनाली ठाकुर ने अपने एक इंटरव्यू में कहा है, "इंडस्ट्री के अंदर हालात ठीक नहीं है. कोई काम करता है उसे उसका बकाया नहीं मिलता है. आपको अपनी इनकम का 50 से 80 पर्सेंट तक देना पड़ता है तब जाकर इंडस्ट्री में काम मिलता है. यहां तक की विदेशी भी अगर काम करते हैं इंडस्ट्री में कोई कॉन्ट्रेक्ट साइन करते हैं, यहां पर तो उन्हें पता नहीं चलता कि रॉयल्टी और बाकी टर्म्स का क्या हिसाब है. हर एक आदमी गैंग्स्टर है इस इंडस्ट्री में और बस लूट रहा है."

आगे वह कहती हैं, "उन्हें तो रेडियो में भी काम करने में मजा आता है मगर वहां भी स्थिति बुरी ही है. कमाई के श्रोत के बारे में बात करते हुए मोनाली ठाकुर ने कहा कि अधिकतर आर्टिस्ट्स की कमाई लाइफ कंसर्ट्स में परफॉर्म करने से होती है. दूसरा कोई माध्यम हमारे पास बचता ही नहीं है. बॉलीवुड सॉन्ग्स से किसी को पैसा नहीं मिलता. सिर्फ सिंगर्स ही नहीं म्यूजिक कंपोजर्स और लिरिस्ट की भी यही हालत है. म्यूजिक इंडस्ट्री में नेपोटिज्म नहीं है. गुंडागर्दी है. म्यूजिक इंडस्ट्री में सिर्फ लूट रहे हैं सबको. अच्छे टैलेंट की कद्र नहीं कर रहे. ये एक लंबी लड़ाई है."

(Source: Instagram/Bollywood Spy)

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