बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत की सुसाइड की खबर ने सभी को अंदर तक झकझोर दिया है. ऐसे में दूसरी तरफ एक्टर के सुसाइड से जुड़े अज्ञात कारणों को लेकर कई तरह की अटकले लगाई जा रही हैं, जिसमे से एक नेपोटिज्म का मुद्दा है, जिसे लेकर लोग बॉलीवुड स्टार्स को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है. ऐसे में अब फिल्ममेकर हंसल मेहता ने नेपोटिज्म ने अपनी चुप्पी तोड़ी है.
हंसल अपने ट्वीट में लिखते हैं, "आप सभी मुझे और मेरे बेटे को नेपोटिज्म को लेकर ट्रोल कर रहे हैं. मैं यहां तक अपनी मेहनत से पहुंचा हूं और मुझे गर्व है. मेरा बेटा काम के लिए मुझ पर निर्भर नहीं है. मैं उस पर निर्भर हूं. जैसे कि मैं राजकुमार राव और 50 से ज्यादा मेरे साथ करियर की शुरूआत करने वाले कलाकारों पर निर्भर हूं. वह सब अच्छा कर रहे हैं."
All you idiots trolling me about nepotism and my son - I've come up the hard way and am proud of it. My son does not depend on me for his work. I depend on him. Like I depend on @RajkummarRao. And more than 50+ talents that began their careers with me and are doing very well.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) June 24, 2020
"नेपोटिज्म का विरोध करने की आड़ में आप खुद भी एक बुली (डराने-धमकाने वाला) से कम नहीं होते हो. सत्ता में बैठे लोगों को (विरासत में मिली हो या फिर खुद कमाया हो) कोई अधिकार नहीं कि वो ऐसे लोगों को बुली करें, जो उनसे कम शक्तिशाली हैं या फिर उन पर निर्भर हैं. सत्ता में बैठे लोगों को इससे कोई लेना-देना नहीं होता. नेपोटिज़म पर फोकस करते हुए कुछ लोग बहस को उलझा दे रहे हैं."
Hiding under the guise of opposing nepotism does not make you a lesser bully. People in power (inherited/earned) have no business bullying those perceived to be less powerful or dependent on them. By focusing on nepotism some people are obfuscating the debate. #FromExperience
— Hansal Mehta (@mehtahansal) June 24, 2020
आगे वह अपने ट्वीट में लिखते हैं, "यह नेपोटिजम की बहस आगे बढ़ती जाएगी. काबिलियत को सबसे ऊपर रखा जाता है. मेरा बेटे को यहां मेरे कारण मौका मिलेगा. और ऐसा क्यों नहीं होना चाहिए. वह मेरे बेहतरीन काम का हिस्सा रहा है क्योंकि वह टैलेंटेड है, अनुशासित है, मेहनती है और उसके भीतर वही मूल्य हैं जो मेरे भीतर हैं. केवल इसलिए नहीं कि वह मेरा बेटा है."
This nepotism debate must be broadened. Merit counts most. My son got a step in the door because of me. And why not. But he's been an integral part of my best work because he is talented, disciplined, hardworking and shares similar values as me. Not just because he's my son.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) June 23, 2020
Not gossip. Not airport looks. Not gym looks. Moment you use your talent and hard work as your only tools a lot of the filth that you create and later suffer from will go. Aspiration is a disease as much as it is a boon. Stop it from making you sick. Use it to grow as an artist.
— Hansal Mehta (@mehtahansal) June 23, 2020
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्ममेकर का मानना है कि यह लोगों की गलत धारणा है कि 'पीआर, इमेजिंग, पेड मीडिया और गॉसिप' 'इमेजिंग' सर्वाइवल के लिए आवश्यक चीजे हैं. उन्होंने दावा किया कि मीडिया असुरक्षा और आकांक्षाओं ’का उपयोग कर रहा था और मीडिया को’ प्रतिभा ’देने से 'परिवर्तन’ को पूरा करने में मदद मिलेगी. मेहता ने दावा किया कि ’जिम लुक’, ’एयरपोर्ट लुक्स’ पर अपना जुनून दिखाने के बजाए अगर टैलेंट की बात शुरू कर दी जाए तो इंडस्ट्री में गंदगी दूर हो जाएगी.
आगे वह अपने एक ट्वीट में लिखते हैं, "वो फिल्में बनाएगा, इसलिए नहीं कि मैं उन्हें प्रोड्यूस करूंगा. हो सकता है कि मैं न भी करूं. लेकिन वो उन्हें बनाने के लायक है. उसका खुद का करियर तभी होगा, जब वो सर्वाइव करेगा. उसका करियर कौन बनाता है, ये आखिर में उस पर ही निर्भर करेगा. उसका पिता उसका करियर नहीं बनाएगा. मेरी परछाई उसके लिए सबसे बड़ा फायदा और सबसे बड़ा शाप, दोनों ही है."
(Source: Twitter)