दिवंगत एक्टर इरफान खान के बेटे बाबिल खान इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. हाल ही में बाबिल खान ने इंस्टाग्राम एकाउंट पर कुछ स्टोरी पोस्ट कीं, जिसमें उन्होंने बताया कि कृप्या मुझे मेरे धर्म के आधार पर जज न करें. बाबिल ने अपनी पोस्ट में बताया कि धर्म अलग होनो के कारण उनके दोस्तों ने उनसे बातें करना भी बंद कर दीं. इसके साथ ही बाबिल खान ने सत्ताधारियों पर बात करते हुए कहा कि मैं उनके बारे में कुछ नहीं लिख सकता हूं. जिसके बाद कई यूजर्स ने बाबिल को ट्रोल किया और उन्हें देशद्रोही तक कह दिया. वहीं जिस पर बाबिल ने हेटर्स को करारा जवाब दिया है. अपनी बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी माँ हिंदू हैं और उनका पालन-पोषण बिना धर्म के एक व्यक्ति के रूप में किया गया है.
बाबिल ने नई पोस्ट में लिखा, 'रक्षा बंधन और ईद को गलत बताने के लिए यह सब नफरत है, आपने मेरी बात को गलत समझा. मैं एक ऐसी मानसिकता के बारे में बात कर रहा था जो हम लोगों को दो हिस्सो में बांट ती है. मैं विभाजन के खिलाफ बोलने की कोशिश कर रहा हूं, न कि रक्षा बंधन और ईद के बारे में . मैं आपको केवल यह बताने की कोशिश कर रहा हूं कि मैं आपसे प्यार करता हूं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आए हैं या आपका धर्म क्या है या आपका अतीत क्या है, क्योंकि आप एक इंसान हैं बस.'
उन्होंने आगे लिखा, "रक्षा बंधन और ईद के बारे में बोलने के मेरे बयान को गलत समझा गया मेरा कहना ये था की नफरत और फूट डालने की भावना खत्म हो बस. मैं उन लोगों से माफी मांगता हूं जो इसके बारे में आहत महसूस करते हैं. मैं बस उम्मीद करता हूं कि आप मेरी बातो को सही समझे.'
वहीं उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरीस पर एक ट्रोलर को ये भी जवाब दिया कि, '@ Fortunatesaurav2020 भाई क्या आपने गरीब से गरीब, मुंबई के अप्रवासी श्रमिकों के लिए कुछ किया है? मैं एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश कर रहा हूं और आप उन मुद्दो पर बात कर रहे जो नकारात्मकता लाए. आप अच्छी चीजे सोचने के बजाय गलत चीजों को बढ़ावा दे रहे है.'
वहीं एक ट्रोल को जवाब देते हुए बाबिल ने लिखा कि, '@isalilsingh HATE TOWARDS HINDUS? भाई क्या आप सच में ये ऐसे सोचते है ? हे भगवान, मेरी मम्मी हिंदू हैं, मैं एक धर्म के बिना एक आदमी के रूप में पला-बढ़ा था. मैंने दीवाली और होली और रक्षा बंधन और ईद सभी फेसटिवल को मनाया है और मैं चर्च में भी जाता हूं. भाई आप इतने लंबे समय से इतनी नफरत से बात कर रहे हैं, मुझे लगता है कि आपको सवाल करना चाहिए कि क्या नफरत मेरे में है या आप में है. मैं लोगों से प्यार करता हूं, मैं लोगों के लिए खड़े होने की कोशिश कर रहा हूं, यह आप जैसे लोग हैं जो मुझे नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं.'
वहीं बता दें कि, बाबिल खान ने पहले अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा था कि, 'मैं सत्ताधारियों के बारे में अपने मन की बातें नहीं लिख सकता हूं, क्योंकि मेरी टीम का कहना है कि इससे मेरा करियर खत्म हो जाएगा. क्या आप इसपर भरोसा कर सकते हैं? मैं डरा हुआ हूं, मैं ऐसे नहीं रहना चाहता. मैं एक बार फिर से खुला महसूस करना चाहता हूं. मैं अपने धर्म के आधार पर जज नहीं किया जाना चाहता. मैं अपना धर्म नहीं हूं, मैं भारत की बाकी जनता की तरह ही एक आम इंसान हूं." बता दें कि बाबिल खान यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे भी अपनी कुछ स्टोरी साझा कीं. मेरे कुछ दोस्तों ने मुझसे बातें करना तक बंद कर दिया, क्योंकि मैं एक दूसरे धर्म का व्यक्ति हूं. दोस्तों मैंने क्रिकेट खेला है, जब मैं केवल 12 साल का था. मेरे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और इंसान सभी दोस्त हैं." बाबिल ने आगे पोस्ट में लिखा कि पहली बात तो यह है कि मुझे भारत से बहुत प्यार है और मैं आपको यह सब इसलिए कह रहा हूं कि मैंने लंदन में पढ़ाई की है. जब भी मैं वहां जाता था तो मैं वापस आने के लिए बेताब रहता था. यहां आकर रिक्शा राइड लेना, पानी पूरी खाना और हर जगह घूमना. मुझे एंटी नेशनलिस्ट कहने की हिम्मत मत करना. मैं वादा करता हूं कि मैं एक बॉक्सर हूं और मैं नाक भी तोड़ सकता हूं.'
(Source: Instagram)