बाढ़ से पीड़ित लोगों की मदद, प्रवासी मजदूरों को घर और रोजगार दिलाने के बाद सोनू सूद ने अब बच्चों के लिए कुछ अलग किया है. सोनू ने बच्चों के लिए स्कॉलरशिप लॉन्च किया है जिससे वह अपने सपनों को पूरा कर सके और पैसे की वजह से उन्हें अपने लक्ष्य को पूरा करने में परेशानी न हो.
सोनू ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'मैं जरुरतमंद बच्चों के लिए कम्प्लीट कॉलेज एज्युकेशन में मदद करने की कसम खाता हूं. ट्वीट में सोनू ने लिखा, 'हिंदुस्तान बहडेगा तभी जब बढ़ेंगे सभी'. उच्च शिक्षा के लिए बच्चों के लिए पूरी स्कॉलरशिप लॉन्च कर रहा हूं.
मेरा मानना है कि वित्तीय चुनौतियों की वजह से किसी को भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने से नहीं रोकना चाहिए. अपनी एंट्री [email protected] पर भेजे (अगले 10 दिनों में) और मैं आप तक पहुंच जाऊंगा.
Hindustaan Badhega Tabhi, Jab Padhenge Sabhi!
Launching full scholarships for students for higher education.I believe,financial challenges should not stop any one from reaching their goals.Send in ur entries at [email protected] (in next 10 days) & I will reach out to u pic.twitter.com/JPBuUUF23s— sonu sood (@SonuSood) September 12, 2020
कोरोना की वजह से ज्यादातर कॉलेजेस ने ऑनलाइन शिक्षा शुरू कर दी है. गरीब अब्छों का एक वर्ग ऐसा भी है जो पैसे की वजह से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं क्यूंकि उनके पास फीस भरने के लिए पैसे नहीं है. इस वजह से सोनू ने एक स्कॉलरशिप अपनी मां के नाम पर शूरू किया है. यह प्रोग्राम होनहार गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए वजीफा देगा.
कई यूनिवर्सिटीज से बात कर समझौता करने पर सोनू ने कहा, 'पिछले कुछ महीनों में मैंने देखा है कि कैसे गरीब बच्चे अपनी पढ़ाई का खर्च देने में असमर्थ हैं. कुछ गरीब बच्चों के पास ऑनलाइन क्लासेज में शामिल होने के लिए फोन, टैबलेट या लैपटॉप तक नहीं हैं जबकि कुछ के पास फीस ही जमा करने के लिए पैसे नहीं हैं. इसलिए मैंने देशभर की कुछ यूनिवर्टीज से समझौता किया है ताकि वह मेरी मां प्रफेसर सरोज सूद के नाम पर इन गरीब बच्चों को स्कॉलरशिप दें. मैं पंजाब के मोंगा जिले में फ्री में पढ़ा करता था. मां ने कहा था कि इस काम को आगे ले जाना है और मुझे लगता है कि इसका यही सही समय है.'
(Source: Twitter)