इरफान की पत्नी सुतापा सिकदर ने नोबेल पुरस्कार विजेता लुईस ग्लुक की एक कविता इंस्टाग्राम पर साझा की है. पोस्ट में लिखा गया सुतापा का कैप्शन बेहद खास और भावुक कर देने वाला है. इसके साथ उन्होंने इरफ़ान के कब्र की एक तस्वीर भी साझा की है. उनकी कब्र पर एक्टर का पूरा नाम 'स्वर्गीय साहेबजादे इरफान अली खान, 29 अप्रैल 2020' लिखा हुआ है.
कब्र की तस्वीर में हम उसे फूलों से सजे हुए देख सकते हैं, जिसके कैप्शन में सुतापा लिखती हैं, "हर दिन लोग मर रहे हैं. और यह सिर्फ शुरुआत है. हर दिन, अंतिम संस्कार के घरों में, नई विधवाओं का जन्म होता है, नए अनाथ होते हैं. वे हाथ जोड़कर बैठ जाते हैं, इस नए जीवन के बारे में फैसला करने की कोशिश करते हैं. फिर वे कब्रिस्तान में होते हैं, उनमें से कुछ पहली बार. वे रोने से डरते हैं, कभी-कभी ना रोने से. कुछ व्यक्ति, उनसे पूछते हैं क्या करना है आगे, जिसका मतलब कुछ शब्द हो सकते हैं, जो कभी-कभी खुले कब्र में गंदगी फेंकने जैसे होते हैं."
उन्होंने आगे लिखा है, "और उसके बाद, हर कोई घर वापस जाने के लिए तैयार होता है, जिसके बाद अचानक मिलने वाले लोगो से घर भर जाता है. विधवा सोफे पर बैठती है, बहुत आलीशान, इसलिए लोग उसके पास जाने के लिए लाइन लगाते हैं, कभी उसका हाथ पकड़ते हैं, कभी उसे गले लगाते हैं. वो सभी को कुछ न कुछ बोलने के लिए शब्द ढूंढ ही लेती है, उन्हें धन्यवाद देती है आने के लिए. लेकिन उसके दिल में वह चाहती है कि वे चले जाएं. वह कब्रिस्तान में वापस जाना चाहती है, उस अस्पताल में. उसे पता है, वो मुमकिन नहीं है, लेकिन यह उसकी एकमात्र आशा है, पीछे जाने की इच्छा. बस थोड़ा सा, न की शादी और पहली किस इतना दूर. By #Louise Gluck #Nobelprize #celebratinglifeand death."
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