शाहरुख़ खान और काजोल की 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' पहली ऐसी फिल्म थी, जिसमें फिल्म को प्रमोट करने के लिए 'बिहाइंड द सीन' का इस्तेमाल किया गया था.हिंदी सिनेमा में यह एक ऑल ब्लॉक बस्टर फिल्म है. शाहरुख़ और काजोल की जोड़ी ने हिंदी सिनेमा को अलग तरीके से प्यार करना सिखाया. 20 अक्टूबर को फिल्म को रिलीज हुए 25 साल हो जाएंगे, खास बात यह है कि यह पहली ऐसी फिल्म है, जिसका 'बिहाइंड द सीन' बनाया गया था.
उदय चोपड़ा ने बताया, आदि डीडीएलजे के साथ कुछ ऐसा करना चाहते थे जो भारत में पहले कभी किसी ने न किया हो. उन्होंने मुझसे डायरेक्टिंग का इन चार्ज बनने के लिए कहा चूंकि ऐसा पहले नहीं हुआ था. मैं केलिफोर्निया के फिल्म स्कूल से लौटा ही था, मुझे लगा फिल्म मेकिंग में अपना हाथ आजमाने के लिए यह सबसे अच्छा मौका है. पहली चीज जो हमें चाहिए थी वह सेट की बहुत सारी फुटेजेस थी. सेट पर अस्सिस्टेंट होने के अलावा मैं बीटीएस फुटेज का विदेओग्रफेर बन गया.
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उन्होंने आगे कहा, ' मुझे यद् है कि सारी बैटरीज, चार्जिंग केबल्स और स्पेयर पार्ट्स के साथ मेरे एक हाथ में कैमरा होता था और दुसरे में क्लैप होता था. सारे आर्टिस्ट मेरे साथ कम्फर्टेबल थे, जिसने कुछ इंट्रेस्टिंग और इंटिमेट शॉट्स दिलाने में मदद की. डीडीएलजे ने बीटीएस (बिहाइंड द सीन) ट्रेंड की शुरुआत की. बिहाइंड द सीन को तब हु 'द मेकिंग' कहते थे. DDLJ उस समय रिकॉर्ड ब्रेक करते हुए 10 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की विजेता रही है और फिल्म ने विश्व स्तर पर बॉलीवुड का चेहरा बदल दिया. 1995 में 4 करोड़ के बजट में बनने के बाद भी फिल्म ने भारत में 89 करोड़, विदेशी बाजारों में 13.50 करोड़ की कमाई की. इस प्रकार, 1995 में दुनिया भर में कुल 102.50 करोड़ रहा.
उदय ने आगे कहा, 'हम पहले थे जिसके बिहाइंड द सीन को दूरदर्शन पर दिखाया गया. एक्सक्लूसिव कंटेंट के साथ चैनल ने एक स्पेशल शो बनाया. जब शो ऑन एयर हुआ तब हमें ढेर सारी शुभकामनाएं मिली. डीडीएलजे का बीटीएस इंडस्ट्री के लिए एक आंख खोलने वाली चीज थी जो आगे बढ़ने के लिए तैयार थी. हमें गर्व है कि हमारी फिल्म ने भारत में एक नया बेंचमार्क स्थापित करने में योगदान दिया जब एक फिल्म की मार्केटिंग की बात आती है.