अभिनेत्री फरीदा जलाल ने फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री दोनों में काम किया है. उन्होंने अपने करियर में 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. हिंदी के साथ- साथ उन्होंने तमिल और तेलगु फिल्मों में भी काम किया है. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री की मौजूदा स्थिति पर बात की. जब से नीना गुप्ता ने इंडस्ट्री की तरफ से सीनियर एक्टर्स को साइडलाइन करने की बात कही थी कुछ और स्टार्स ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.फरीदा ने कहा कि अनुपम खेर और परेश रावल जैसे अभिनेताओं को अलग- अलग तरह के किरदार मिलते हैं जब कि महिलाओं को सिर्फ मां का रोल दिया जाता है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, 'अनुपम खेर, परेश रावल और ओम पूरी को देखें, वो मेरे अपोजिट कास्ट होते थे. अब यह देखें कि उन्हें विलेन का रोल, कॉमेडियन का रोल, डॉक्टर का रोल और वकील का रोल मिलता था. हर किसी में उनकी बॉडी लैंग्वेज अलग होती थी. क्या कुछ नहीं किया इन्होनें ? लेकिन महिलाओं का क्या, हमें इस तरह के मौके क्यों नहीं मिले.'
इंडस्ट्री की मौजूदा स्थिति पर बात करते हुए फरीदा ने कहा, 'मैं हैप्पी स्पेस में हूं. मैं खुश हूं कि इतने लंबे समाय से आसपास हूं. मुझे अपने जीवन से प्यार है. मुझे अपनी इंडस्ट्री से प्यार है. जो हो रहा है, मुझे उससे नफरत है. मैं वहां तक नहीं जाना चाहती लेकिन बहुत दुःख होता है क्यूंकि मुझे अपने काम से प्यार है.'
बहुत लोग फरीदा जलाल को सिर्फ मां और बहन के किरदार के लिए याद रखते है. उन्होंने राजेश खन्ना के साथ 'आराधना' फिल्म में रोमांस बी किया है. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'आराधना ’से पहले, मैंने राजश्री प्रोडक्शंस की 'तक़दीर' (1967) की थी. राजश्री के लोग अलग प्लेनेट से है. वो आपको इतना सम्मान देते हैं, उस कंपनी में सब कुछ अलग है. 'आराधना' मेरी दूसरी फिल्म थी. ऑडिशंस उन दिनों में होते ही नहीं थे. कितनी लड़कियां थी जो रोल के लिए मेहनत कर रही थी. मैं खुश थी कि आखिर में मुझे यह रोल मिला. ऑन स्क्रीन रोमांस करने के लिए मैं अभूत नर्वस थी. राजेश खन्ना जी के साथ 'बागो में बहार है' गाने में में एक्चुअली में शर्मा रहे थी.'