अक्षय कुमार और कियारा आडवाणी अभिनीत फ़िल्म लक्ष्मी जो आज ओटीटी रिलीज के लिए तैयार है ने हाल ही में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए दिल्ली में एक विशेष प्रीमियर आयोजित किया था. स्क्रीनिंग के बाद उनसे बातचीत करते हुए टीम को काफी पॉज़िटिव रिस्पॉन्स मिला.
ट्रांसजेंडर अधिकार कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने फ़िल्म में ट्रांसजेंडरस को जिस तरह से रिप्रेसेंट किया है उससे भावुक हो कर कहा क़े , कोई भी ट्रांसजेंडर किसी भी पुरुष या महिला के बराबर होता है, जो फिल्म में बहुत मजबूत तरीके से सामने आया है। मेरा मानना है कि यह अद्भुत है । और आलोचना के बजाय हमें अक्षय जी की सराहना करनी चाहिए कि वे इतने मजबूत आदमी हैं और इतनी मजबूत फिल्म कर रहे हैं ।
फिल्म के आसपास की नकारात्मकता से परेशान होकर उन्होंने आगे कहा, कुछ पब्लिकेशन इसका विरोध कर रहे हैं, और इसके खिलाफ लेख लिख़ रहे हैं । वे वास्तविकता के बारे में कितना जानते हैं? मैं इससे वाक़ई हैरान हूँ । इसका क्या मतलब है? ऐसी कई फिल्में हैं जिनमें मैंने भी अभिनय किया, किसी ने इसे नहीं खरीदा, यह एक बिजनेस है । बिना किसी फिल्म को देखे, इसकी रिलीज की पूर्व संध्या पर ये लेख लिखे जा रहे हैं ।
त्रिपाठी के मुताबिक फिल्म की सबसे अच्छी बात यह है कि खुद अक्षय कुमार इस किरदार को निभा रहे हैं और इसमें ट्रांसजेंडर समुदाय के मौजूदा हालात को कैसे दिखाया है ।
एक अन्य ६० वर्षीय ट्रांसजेंडर महिला कमल गुरु ने भी अभिनेता के अभिनय और फिल्म में ट्रांसजेंडरस को जिस तरह प्रेज़ेंट किया है उसकी तारीफ़ करते हुए कहा क़े, "इतनी प्यारी लगी फिल्म के आज तक कोई फिल्म ऐसी नही लगी । मैं सालों से हिजड़ा समुदाय में हूं। फिल्म देखते समय मैं दो-तीन बार रोई। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि इस फिल्म को बहोत प्यार मिले, बहुत तारीफ हो,मुझे और कुछ नहीं चाहिए ।