चित्रांगदा सिंह ने अपने सांवले रंग के कारण हुए भेदभाव के बारे में खुलकर बात की है. उसने खुलासा किया कि उन्होंने न सिर्फ बढ़ते हुए इसे फेस किया बल्कि प्रोफेशनली भी. जब उन्हें एक मॉडलिंग असाइनमेंट से बाहर कर दिया जाता है.
बॉम्बे टाइम्स से बात करते हुए चित्रांगदा ने बताया, 'मैं सांवले रंग वाली लड़की के रूप में जीवन जीने की भावना को जानती हूं. यह ऐसा नहीं है जो लोग आपके मुंह पर कहेंगे. नॉर्थ में रहने और बड़े होने के दौरान मैं इस चीज से गुजरी हूं. मुंबई आने से पहले चित्रांगदा राजस्थान, उठता प्रदेश और दिल्ली में रही है.
अपने स्किन कलर के कारण कैसे चित्रांगदा फिल्मों से बाहर कर दी जाती थी उन्होंने इस चीज पर भी बात की. उन्होंने बताया कि शुरूआती दिनों मैं मुझे एड फिल्म से बाहर निकल दिया गया था. मुझे स्पेशली इसका कारण बताया गया क्योंकि एक पार्ट के लिए दो लोगों में से किसी एक को सेलेक्ट करना था. लकिली माइन जो ऑडिशन दिया था उसे गुलजार साहब ने देखा, जो मुझे अपने म्यूजिक वीडियो के लिए ऑन बोर्ड लेकर आये. मैंने सोचा कि हर कोई एक जैसा नहीं होता.
चित्रांगदा की आखिरी फिल्म सैफ अली खान के साथ बाजार थी. उसके बाद घूमकेतु में कैमियो करते नजर आयी.