'हीरो नंबर 1' का नाम लेते ही सिर्फ एक ही शख्स जहन में आता है और वो है 90 के दशक के सुपरस्टार अभिनेता गोविंदा. 35 साल के लंबे करियर में गोविंदा ने कई उतार चढ़ाव देखें. डेविड धवन के साथ उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में की. सलमान खान के साथ उनकी गहरी दोस्ती उसके बाद उनके साथ रिश्ता खराब होना. 2004 में गोविंदा राजनीति से जुड़े लेकिन चार साल ही उन्होंने राजनीति से इस्तीफा दे दिया.
हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'मैंने जल्दी ही तय कर लिया था कि जब मैं 57 साल का हो जाऊंगा, तब मैं अपनी आत्मकथा लिखना शुरू कर दूंगा. यह एक मल्टी एडिशन ऑटोबायोग्राफी होगी. मेरी कहानी एक किताब में समाहित नहीं हो सकती. प्रत्येक चरण में एक अलग किताब होगी. चाल में मेरे बचपन से लेकर, मेरे स्टारडम तक मेरे जीवन में खाली चरण तक में जब मैंने बहुत काम नहीं किया. मैं इसे हल्के-फुल्के अंदाज में लिखूंगा. मैं इंडस्ट्री के होनेवाले सितारा के लिए संस्मरण विकसित करना चाहता हूं - अगर वह मेरी कहानी पढ़ता है, तो उस बिचारे की बहुत सारी परेशानियों का समाधान हो जायेगा. जैसे राज कपूर जी, मैंने अपने किरदारों के माध्यम से अपनी कहानी कहने की कोशिश की है.
उन्होंने आगे कहा, 'मैं एक साधारण, छोटा स्वभाव का लड़का था. मैं भगवान की कृपा से खुश हो गया और स्टार बन गया'. हालांकि गोविंदा ने किताब के टाइटल का नाम बताने से इंकार कर दिया. किताब पूरी होने के बाद वो पब्लिशर को अप्रोच करना शुरू करेंगे.