पद्मिनी कोल्हापुरे जो अपने बचपन से आरके स्टूडियो के साथ काम कर रही है, राजीव कपूर के साथ उनकी कुछ अच्छी यादें हैं. जिनके निधन ने सभी को हैरान कर दिया. ई टाइम्स से बातचीत में पद्मिनी ने कहा, 'पहले चिंटू (ऋषि कपूर) और अब चिम्पू (राजीव कपूर) यह मेरे लिए बहुत शॉकिंग है. मैं एक ऐसी इंसान हूं जो सचमुच कपूर परिवार में पली बड़ी और यह मेरे लिए एक और व्यक्तिगत क्षति है. मैंने चिम्पू के साथ दो फ़िल्में की हैं - 'प्रीति', जो रिलीज़ हुई, और 'आग का दरिया', जिसने दिन की रोशनी नहीं देखी. दोनों भाइयों के निधन ने हमें बहुत प्रभावित किया है.'
परिवार में बाकी लोगों की तरह राजी को भी कमर्शियल सक्सेज का स्वाद चखना था लेकिन पद्मिनी का कहना है कि वह अपनी जगह 'ठीक' थे. वास्तव में, वह एक अच्छे फिल्म निर्माता बन सकते थे. उनके पास वह सब कुछ था जो उनके पिता राज कपूर- द फिल्म मेकर के पास था. वह बहुत जल्द चले गए.
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पद्मिनी ने आगे बताया, 'मुझे याद है जब राज अंकल मुझे एक फिल्म में डायरेक्ट कर रहे थे और चिम्पू एक गाने में चिंटू के डुप्लीकेट का किरदार निभा रहे थे. उन्हें हमेशा से अभिनय और फिल्म निर्माण का शौक था. अपने पिता की तरह उन्हें संगीत की अच्छी समझ थी. इसे समेटने के लिए, उनके पास राज कपूर - फिल्म निर्माता के सभी गुण थे. वह उनके साथ बड़ा हुए, उनसे सीखे, यहां तक कि माधुरी दीक्षित और ऋषि के साथ 'प्रेम ग्रंथ' का निर्देशन किया.