कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के सबसे प्रसिद्ध चेहरों में से एक प्रतिमा देवी का मंगलवार को उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. उनकी उम्र 88 साल थी. बेंगलुरु में उन्होंने दोपहर ढाई बजे के कारेब आखिरी सांस ली. अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को दिवंगत पति के घर मैसूर ले जाया गया.
प्रतिमा जगनमोहिनी, कृष्णलीला, चंचला उमरी, शिवाशरेन नामियाका और मंगला सूत्र जैसी फिल्मों में उनके शानदार काम के लिए जानी जाती है. 1951 में रिलीज़ हुई प्रतिमा की फिल्म 'जगनमोहिनी' सिनेमाघरों में 100 दिनों तक चलने वाली पहली कन्नड़ फिल्म थी. एक्ट्रेस ने बाद में बिजनेसमैन और स्वतंत्रता सेनानी डी शंकर सिंह से शादी की, जिन्होंने जगनमोहिनी का निर्माण भी किया था. उनके बेटे राजेंद्र सिंह भी एक फिल्म डायरेक्टर हैं और बेटी विजयलक्ष्मी सिंह अभिनेत्री व फिल्म निर्माता हैं.
अपने करियर में प्रतिमा ने 60 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया. उनकी आखिरी फिल्म ‘रमा शमा भामा’ थी, जो 2005 में रिलीज हुई थी. साल 1947 में फिल्म ‘कृष्ण लीला’ से उन्होंने अपना डेब्यू किया था. प्रतिमा देवी को कर्नाटक सरकार द्वारा 2000-01 के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.