टेलीविजन दुनिया के फेवरेट स्टार और लाखों दिलों की धड़कन बरुण सोबती एक बार फिर से फिल्मी दुनिया का रुख करने जा रहे है. 3 साल बाद एक बार फिर बरुन फिल्म 'तू है मेरा संडे' के जरिए बड़े पर्दे पर दस्तक देंगे.
6 अक्टूबर को फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होगी. फिल्म में उनके साथ विशाल मल्होत्रा, मानवी गागरु, शहाना गोस्वामी, पल्लवी बत्रा मुख्य भूमिका में हैं. अभिनेता आमिर खान ने भी फिल्म की तारीफ की. अक्टूबर 2016 में 60वें बीएफआई लंदन फिल्म फेस्टिवल के प्रीमियर में फिल्म की प्रशंसा की गई. निर्देशक मिलिंद धैमदे द्वारा निर्देशित 'तू है मेरा संडे' बरुन की दूसरी बॉलीवुड फिल्म है. पीपिंग मून से इंटरव्यू के दौरान बरुण ने फिल्म को लेकर अपनी एक्ससाइटमेन्ट शेयर की. पेश हैं बातचीत के कुछ अंश...
रोमांटिक फिल्म करने की बजाय ऐसी खेल पर अाधारित फिल्म का चुनाव क्याें ?
ये निर्देशक मिलिंद का आइडिया था और मुझे पूरा विश्वास है कि मैंने फिल्म में अपना हंड्रेड परसेंट दिया है. मिलिंद ने हमे बताया कि एक ऐसी टीम है जो हर रविवार मुंबई के जुहू बीच पर फुटबॉल खेलती है. इस खेल से उन्हें (खिलाड़ियों) बहुत प्यार है, कुछ भी हो जाए वो फुटबॉल खेलना नहीं छोड़ते. एक दिन मिलिंद ने जुहू बीच पर जाने का फैसला किया और वहां खेल रहे लोगों को देखकर उनके मन में ये आइडिया आया. इसके बाद इस किरदार के लिए उन्होंने मुझे फोन किया और आज मैं यहां आपके सामने हूं.
इस फिल्म के साथ कैसा सफर रहा?
फिल्म और करियर के पास कोई सेट पैटर्न नहीं है, लोग सोचते रहते है कि मैं ऐसा करूंगा -वैसा करूंगा. दूसरों को फॉलो करने की कोशिश करते हैं लेकिन करियर को पहले से प्री-डिफाइंड नहीं किया जा सकता. हर फिल्म की अपनी एक जर्नी होती है. जब हम 'तू है मेरा संडे' की रिलीज डेट देख रहे थे तब हमें फिल्म की रिलीज डेट नहीं मिल रही थी और उसी समय एनएफडीसी का फिल्म बाजार उत्सव आ रहा था. प्रोड्यूसर्स ने उस वक्त शॉट दिखाने का फैसला किया. उन्हें ये फिल्म बहुत पसंद आई.
क्या पहली फिल्म 'मैं और मिस्टर राइट' के फ्लॉप होने से आप अफेक्ट हुए?
मेरा मानना है कि मैं सही जवाब दे सकता हूं लेकिन बिना किसी के सेंटीमेंट्स को हर्ट किए बिना. शुक्र है कि मैं फिल्मोंं की नाकामयाबी को सीरियसली नहीं लेता. मुझे अपने काम से प्यार है. मेरा मानना है कि लोग वही देखते हैं जो उन्हें पसंद है. मुझे नहीं लगता कि आपको एक स्टार मिलेगा तो ही फिल्म हिट होगी. हर किसी को अपना काम करना पड़ता है. एक कंपनी तभी सक्सेसफुल होगी जब सारे एम्प्लॉयीज सही ढंग से काम करेंगे. उसी तरह फिल्मों में भी कुछ अलग नहीं है. कभी फिल्में काम करती और कभी नहीं करती.
साल 2011 में सीरियल 'इस प्यार को क्या नाम दूं' में वो अरनव सिंह रायजादा के किरदार में दिखाई दिए. सीरियल में उनके अपोजिट सनाया ईरानी भी थी. अरनव और सनाया की जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया. इसके बाद बरुन 'इस प्यार को क्या नाम दूं 3' में अभिनेत्री शिवानी तोमर के साथ दिखाई दिए. सीरियल दर्शकों को आकर्षित करने में नाकामयाब रहा. अब खबर है कि शो 6 अक्टूबर को ऑफ एयर होगा.
बता दें, बरुन सोबती ने करियर की शुरुआत स्टार प्लस पर प्रसारित हो रहे सीरियल 'श्रद्धा' से की थी. इसके बाद वो सीरियल 'दिल मिल गए' में नेगेटिव कैमियो रोल में नजर आए.