दिग्गज फिल्म एडिटर वामन भोसले ने आज सुबह दुनिया को अलविदा कह दिया. निर्देशक सुभाष घई ने अपनी पहली फिल्म कालीचरण के एडिटर को ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी.
सुभाष ने लिखा, 'आपकी आत्मा को शांति मिले वामन भोसले सर, मृ पहली फिल्म 'कालीचरण' के जीनियस फिल्म एडिटर खलनायक तक मेरी सभी फिल्मों में मेरे एडिटर टीचर रहे और ताल की तरह मुझे मेरी फिल्म को एडिट करने के लिए इंस्पायर्ड किया. हम @MuktaArts.in @Whistling_Woods अच्छे के लिए आभारी हैं.
RIP WAMAN BHONSLE SIR
A GENUIS film editor in my first film KALICHARAN remained my editor teacher in all my films till khalnayak n inspired me to edit my film like TAAL n so on
A Great teacherWe @MuktaArtsLtd
@Whistling_Woods
Remain grateful for good
pic.twitter.com/5Ad9ivDtLw— Subhash Ghai (@SubhashGhai1) April 26, 2021
वामन ने 1960 से 1990 के दशक तक हिंदी सिनेमा में काम किया. उनका नाम लेजेंडरी फिल्म एडिटर्स में आता है. 25 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उन्हें 'इंकार' के लिए बेस्ट एडिटिंग के अवॉर्ड से नवाजा गया था.
अपने करियर में उस दौर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण फिल्मकारों जैसे राज खोसला, गुलज़ार, सुभाष घई, शेखर कपूर, रवि टंडन, महेश भट्ट, राज सिप्पी, अनिल गांगुली, सुनील दत्त, विक्रम भट्ट, अशोक गायकवाड़, के. विश्वनाथ के साथ काम किया था. इन फिल्म निर्माताओं के सहयोग से उन्होंने कुछ ब्लॉकबस्टर फ़िल्में जैसे मेरा गांव मेरा देश, दो रास्ते, इंकार, दोस्ताना, ग़ुलाम, अग्निपथ, परीक्षित, मौसम्, आंधी, हीरो, कालीचरण, करज़, साहेब, राम लखन और सौदागर एडिट की.