अभिनेता शाहरुख खान, करिश्मा कपूर और माधुरी दीक्षित स्टारर फिल्म 'दिल तो पागल है' साल 1997 की सुपरहिट फिल्म थीं. ये फिल्म शाहरुख की यश राज फिल्म्स के साथ तीसरी कोलैबोरेशन थी. इससे पहले वो डर (1993) और दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे (1995) में नजर आए थें पर क्या आप जानते है कि फिल्म में निशा का किरदार निभानेवाली करिश्मा कपूर मेकर्स की पहली पसंद नहीं थी. इससे पहले ये रोल मनीषा कोइराला, काजोल, जूही चावला और उर्मिला मातोंडकर को ऑफर किया गया था लेकिन इन सभी ने इस किरदार को निबाहने से मना कर दिया अंत में करिश्मा ने इस किरदार के लिए हामी भरी.
फिल्म में निशा के किरदार को शिद्दत से निभाने के लिए करिश्मा कपूर को फिल्मफेयर अवार्ड से भी नवाजा गया और उस समय उनकी उम्र महज 24 साल थी.
'दिल तो पागल है' इकलौती ऐसी फिल्म थी जिसमें शाहरुख खान और करिश्मा कपूर एक साथ नजर आए थे. 6 साल बाद एसआरके और करिश्मा फिल्म 'शक्ति' में साथ दिखाई दिए थे लेकिन उस फिल्म में किंग खान ने कैमियो किया था.
'दिल तो पागल है' फिल्म का म्यूजिक साल (1997) का सबसे बड़ा हिट था. यहां तक कि फिल्म के म्यूजिक की कमाई 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' से भी ज्यादा हुई थी.
म्यूजिक डायरेक्टर उत्तम सिंह ने 100 करीब 100 ट्यून्स यश चोपड़ा के सामने सुनाए जिसमें से उन्होंने सिर्फ 9 ट्यून्स फिल्म के लिए सेलेक्ट किए.
'दिल तो पागल है' से पहले फिल्म का टाइटल 'मैंने तो मोहब्बत कर ली' और मोहब्बत कर ले' रखा जाना था.
फिल्म का गाना 'ले गई ले गई दिल ले गई' लता मंगेशकर द्वारा गया जाना था लेकिन निर्देशक यश चोपड़ा ने फैसला किया की ये गाना लता मंगेशकर की बहन आशा भोंसले जाएगी क्यूंकि लता जी की आवाज में ये गाना सूट नहीं कर रहा था.
फिल्म की शूटिंग के दौरान ऐसी अफवाहें थी कि यश चोपड़ा और करिश्मा कपूर का अफेयर है लेकिन समय के साथ ये बातें सिर्फ अफवाह बनाकर रह गई.