अपनी मेहनत और काबिलियत के साथ जीवन में अच्छाई को साथ लेकर भारतीय सिनेमा के सबसे बेमिसाल कलाकार दिलीप कुमार ने इस दुनिया से अलविदा कह दिया. बुधवार यानि 7 जुलाई को सुबह 7.30 ट्रेजडी किंग का निधन हो गया. दिलीप साहब ने 98 साल की उम्र में मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में अंतिम सांस ली. दिलीप साहब छह दशकों तक कमाई अपनी फिल्मों की विरासत को पीछे छोड़ गए. दिलीप साहब के साथ उनकी पत्नी और एक्ट्रेस सायरा बानो उनकी आखिरी सांस तक साथ रहीं. सायरा बानो को जब अपने पति और दिग्गज कलाकार के निधन के बारे में पता लगा तो वो स्तब्ध रह गईं. डॉ. पार्कर, जिन्होंने आज सुबह हिंदुजा अस्पताल में दिलीप साहब के निधन की जानकारी दी थी, उन्होंने बताया कि दिलीप कुमार के निधन की बात जानकर उनके मुह से पहले शब्द ये निकले थे.
सायरा बानो के पहले शब्द थे,'भगवान ने मेरे जीने की वजह छीन ली. साहब के बिना, मैं कुछ भी नहीं सोच पाऊंगी. सब लोग, प्लीज प्रेयर करें.'
नहीं रहे दिलीप कुमार, 98 साल की उम्र में हुआ निधन
बता दें कि, दिलीप कुमार को 30 जून को अस्पताल में एडमिट कराया गया था. पिछले कुछ दिनों से दिलीप कुमार को आईसीसीयू में ऑब्जर्वेशन मे रखा गया था. दिलीप कुमार को किडनी की समस्या, निमोनिया के चलते अस्पताल में लाया गया था. दिलीप कुमार के ट्विटर हैंडल से सुबह 8 बजे उनके निधन की जानकारी ट्वीट की गई. यह ट्वीट उनके पारिवारिक मित्र फ़ैसल फ़ारूक़ी की ओर से किया गया है. ट्वीट में लिखा है, 'भारी मन और गहरे दुख के साथ मैं यह घोषणा कर रहा हूं कि हमारे चहेते दिलीप साब कुछ देर पहले नहीं रहे. हम ख़ुदा की तरफ़ से आए हैं और उसी की ओर लौट जाना है.- फ़ैसल फ़ारूक़ी.'
'ट्रेजेडी किंग' कहलाने वाले दिलीप कुमार ने अपने 6 दशक लंबे करियर में 'मुग़ले आज़म', 'देवदास', 'नया दौर', 'राम और श्याम' जैसी हिट फ़िल्में दीं. वे आख़िरी बार 1998 में आई फ़िल्म 'क़िला' में नज़र आये थे.