#MeToo के चलते दुनिया भर की महिलाएं अपने साथ हुए यौन शोषण के खिलाफ सोशल मीडिया पर खुलकर बात कर रही है. हॉलीवुड के साथ-साथ बॉलीवुड एक्ट्रेसस भी अपने साथ हुए सेक्शुअल हैरासमेंट की घटनाओं का खुलासा कर रही हैं. अब इस कड़ी में फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' की अभिनेत्री स्वरा भास्कर का नाम सामने आया है.
स्वरा भास्कर ने अंग्रेजी अखबार मुंबई मिरर से बात करते हुए अपने साथ हुई एक घटना का खुलासा करते हुए कहा 'जिस तरह एक फिल्म का सेट चलता है, वह बहुत रूढ़ीवादी होता है, जहां कुछ लोग आदेश देते हैं और बाकी उसका पालन करते हैं. ऐसी जगह सेक्शुअल हैरासमेंट के लिए बेहद अनुकूल होती हैं क्योंकि यहां पीड़ित को आसानी से चुप कराया जा सकता है.'
इंटरव्यू में स्वरा ने बताया कि कैसे एक फिल्म में रोल देने के बहाने उनसे सेक्शुअल फेवर मांगे गए थे और जब उन्होंने ऐसा करने से मना किया तो उन्हें कुछ फिल्मों से निकाल दिया गया. स्वरा ने फिल्म के सेट पर सुरक्षा की कमी पर भी बात की.
घटना का जिक्र करते हुए अभिनेत्री ने बताया, 'हम 56 दिन के लिए एक दूर-दराज के इलाके में शूटिंग कर रहे थे और उस वक्त इंडस्ट्री में मैं काफी नई थी. फिल्म के डायरेक्टर ने मुझे मैसेज कर डिनर के लिए इनवाइट किया. वह पूरे दिन मेरा पीछा करता था और रातभर मुझे फोन करता था. फिल्म के सीन पर चर्चा करने के लिए मुझे होटल के कमरे में जाने के लिए कहा गया जहां वो डायरेक्टर मौजूद था. वहां जाकर मैंने देखा कि वह शराब पी रहा था. पहले ही हफ्ते में वह मुझसे प्यार और सेक्स की बातें करने लगा. एक रात वह शराब पीकर मेरे कमरे में आया और मुझे गले लगाने की बात करने लगा. यह बहुत डरावना था...'
स्वरा ने आगे बताया, 'मैं उसवक्त बहुत छोटी और अकेली थी. पैकअप के बाद मैं लाइट बंद कर के अपना मेकअप हटाती थी ताकि वह समझे कि मैं सो गई हूं' उस डायरेक्टर को मैंने यह भी बताया कि उसके इस तरह के व्यवहार से मैं कितना परेशान हो रही हैं लेकिन इसके बाद भी वह नहीं माना. 'आखिरकार मैंने एक्सक्यूटिव प्रोड्यूसर से कहा कि मेरे साथ हर वक्त कोई न कोई होना चाहिए'. स्वरा ने कहा कि इस तरह के शोषण से बचने का एक ही तरीका है, 'भले ही रोल आपके हाथ से चले जाए लेकिन आप उनकी शर्तों के आगे न झुकें'.