तापसी पन्नू की फिल्म 'हसीन दिलरुबा' 2 जुलाई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी. फिल्म में विक्रांत मैसी और हर्षवर्धन राणे भी लीड रोल में थे. हसीन दिलरुबा ने कुछ लोगों को प्रभावित किया तो कुछ को नहीं. जहां फैंस ने रोमांटिक थ्रिलर में तापसी के किरदार के लिए उनकी तारीफ की तो दूसरी तरफ फिल्म को निगेटिव रिव्यूज भी मिले थे. कई रिव्यूज में उनपर पर्सनली अटैक किया. वहीं एक लीडिंग वेबसाइट द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या 'क्रिटिक्स के रिव्यज को पर्सनल लेना सही था', इस पर तापसी ने कहा अपनी बात रखी.
तापसी ने बताया कि फिल्म के रिव्यू की आड़ में उन पर पर्सनली अटैक किया गया था. तापसी ने कहा कि, 'यह व्यक्तिगत रूप से लिखा गया था. मैंने इसे व्यक्तिगत रूप से नहीं लिया. क्रिटिक्स को मेरी फिल्मोग्राफी को लेकर एक अच्छा विचार होना चाहिए. मुझे अपने शुरुआती दिनों में जो समीक्षाएं मिलीं, वे इस हद तक शर्मनाक थीं कि कोई भी इस फिल्ड को छोड़ने के बारे में सोचेगा. मैंने हमेशा कहा है कि मैं एक ट्रेन्ड परफेक्ट एक्ट्रेस नहीं हूं बल्कि मैंने जो सीखा है काम कर कर के ही सीखा है. मैंने कभी भी इंडस्ट्री में बेस्ट एक्टर होने का दावा नहीं किया है. मैंने कभी नहीं कहा कि मैं एक फिल्म के लिए सबसे अच्छी पसंद हूं. लेकिन जब आपको किसी फिल्म का रिव्यू करना है तो क्या इसकी आड़ में पर्सनल कमेंट करना सही है ?"
तापसी ने आगे कहा कि, 'मेरी परफोर्मेंस को लेकर कई बार बोला गया. मैंने अपनी खराब परफोर्मेंस से करियर बनाया है. लेकिन अगर कोई यह लिखता है कि तापसी हर फिल्म में सिर्फ कपड़े बदल रही है और कुछ नहीं, तो यह एक पर्सनल कमेंट है. यही मैंने कहा था. मैंने सोचा कि मुझे खुद के लिए खड़ा होना चाहिए, लोगों ने मुझे सोशल इश्यूज पर बोलते देखा है और कई लोगों के लिए खड़ा होते देखा है. लेकिन मुझे अपने लिए भी खड़े होने की जरूरत है. अगर मैं अपने लिए नहीं हूं तो मेरे लिए और कौन खड़ा होगा? मेरे बारे में पहले भी बहुत खराब चीजें लिखी गई हैं. पर मैंने हमेशा अपने में सुधार किया है . तभी मैं यहां तक पहुंची हूं.'
(Source: TOI)