मिस यूनिवर्स ताज पहन चुकी सुष्मिता सेन भले ही 40 पार कर चुकी हों, लेकिन आज भी उनकी हर अदा के दीवाने हैं. आज भी उनकी एक झलक पाने के लिए लोग मरने-मिटने को तैयार रहते हैं. आज सुष्मिता का 42 वां जन्मदिन है, लेकिन आज भी सुष्मिता ने किसी का दामन नहीं थामा. हालांकि सुष्मिता ने अपने परिहार को जरूर आगे बढ़ाया है.
उन्होंने दो बड़ी ही प्यारी बच्चियों को गोद लेकर समाज के सामने मातृत्व की एक मिसाल दी है. सुष्मिता 1994 में मिस यूनीवर्स का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं, आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताने जा रहे ऐसी बातें, जो आपने पहले कभी नहीं सुनी होंगी.
आज फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली सुष्मिता कभी हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ी हैं. उन्होंने उम्र के सोलवें साल में अंग्रेजी सीखी थी. वहीं उन्होंने मिस यूनीवर्स के फाइनल राउंड में सुष्मिता सेन ने जो ड्रेस पहनी थी, वह इसी डिजाइनर ने नहीं, बल्कि उनकी मां ने एक टेलर की मदद से डिजाइन की थी. इसकी वजह ये थी कि सुष्मिता एक मिडिल क्लास फैमिली से थीं और इसलिए वे अपनी ड्रेस पर ज्यादा खर्च नहीं कर पाईं थीं.
सुष्मिता सेन ने 1996 में अपना पहला बॉलीवुड डेब्यू किया था, जिसके बाद साल 2000 में उन्हें फिल्म 'बीवी नंबर 1' में बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला. इसके अलाव उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए फिल्मफेयर, आइफा और स्टार स्क्रीन अवार्ड भी मिला था.
सुष्मिता को एक्टिंग के अलावा और भी कई शौक हैं. उन्हें कवितायेँ लिखने का बहुत शौक है और वे खाली समय में कवितायेँ लिखती हैं. इसकी वजह ये है कि सुष्मिता के दादाजी एक अच्छे कवि थे.