जानी मानी प्लेबैक सिंगर जगजीत कौर, जो दिवंगत संगीतकार मोहम्मद ज़हूर खय्याम की विधवा थी कि रविवार सुबह निधन हो गया है.उनके प्रवक्ता प्रीतम शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि उनका अंतिम संस्कार जुहू श्मशान घाट में किया गया, जिसमें कुछ लोग कोविड -19 प्रतिबंधों के मद्देनजर मौजूद थे.
शर्मा ने कहा कि उनके पति, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीत निर्देशक, खय्याम को दिल का दौरा पड़ा था और 19 अगस्त, 2019 को 92 में उनकी मृत्यु हो गई थी. शर्मा ने कहा कि दंपति के इकलौते बेटे प्रदीप खय्याम की 2012 में हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई थी, जिससे उनके वृद्ध माता-पिता हैरान थे. बाद में, 2016 में, युगल ने "खय्याम जगजीत कौर केपीजी चैरिटेबल ट्रस्ट" की स्थापना की और 10 करोड़ रुपये से अधिक की अपनी पूरी संपत्ति दान कर दी, जिसका उपयोग बॉलीवुड में जरूरतमंद कलाकारों और तकनीशियनों की आर्थिक मदद करने के लिए किया जा रहा है.
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हिंदी और उर्दू की गायिका कौर ने तुम अपना रांझो गम, अपनी परशानी मुझे दे दो (शगून, 1964), खामोश जिंदगी को, अफसाना मिल गया (दिल-ए-नादान, 1953), पहले तो आंख सहित कई गाने गाए.
इसके अलावा उन्होंने एक पंजाबी फिल्म, सतगुरु तेरी ओट (1974) के लिए भी म्यूजिक कंपोज़ किया था, फिल्म में दारा सिंह ने काम किया था.