अभिनेता अजय देवगन ने आज बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने 26 साल पूरे कर लिए है पर क्या आप जानते है कि अजय देवगन एक्टर नहीं बल्कि कुछ और बनना चाहते थें. दरअसल, अजय देवगन को कैमरे के सामने रहने से ज्यादा कैमरे के पीछे के कामों में दिलचस्पी थीं.
अभिनेता से ज्यादा उन्हें फिल्म मेकिंग में रूचि थी लेकिन किस्मत के सामने किसी का जोर नहीं चलता और अजय के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.
निर्देशक कुक्कू कोहली उस समय इंडस्ट्री में नए थें और अपनी फिल्म 'फूल और कांटे' के लिए एक नए चेहरे की तलाश में थें. कुक्कू ने पहले अक्षय कुमार को फिल्म में लीड रोल के लिए चुना था लेकिन बड़े बैनर में ब्रेक मिलने की वजह से अक्षय फिल्म से पीछे हट गए. ऐसे में परेशान कुक्कू कोहली अपने हीरो की तलाश में करीबी दोस्त और अजय देवगन के पिता वीरू देवगन के पास पहुंचे.
कुक्कू ने अजय देवगन की फोटो वीरू के ऑफिस में दीवार पर काऊ बॉय हेट में टंगी देखी, बस फिर क्या... निर्देशक को मिल गया अपनी फिल्म का हीरो. कुक्कू को अजय की आंखों में एक गहराई दिखाई दीं.
अजय ये फिल्म बिल्कुल नहीं करना चाहते थें लेकिन कुक्कू कोहली और पिता वीरू देवगन की जिद के आगे उनकी एक ना चली और फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई.
'फूल और कांटे' साल की सुपरहिट फिल्म साबित हुई. अजय को भी नहीं पता था कि फिल्म इतनी बड़ी हिट होगी और वो खुद छुपके से अपनी पहली फिल्म का पहला शो देखने बांद्रा के 'गेटी' थिएटर गए थें.