बॉलीवुड अभिनेता रणधीर कपूर के लिए पिछले दो साल काफी मुश्किल भरे रहे हैं. उन्होंने 2020 में कैंसर के कारण अपने भाई ऋषि कपूर को खो दिया और इस साल उनके छोटे भाई राजीव कपूर का फरवरी में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया. रणधीर को लगता है कि उनके दोनों हाथ चले गए हैं. उन्होंने कहा कि उन तीनों के बीच की बॉन्डिंग बहुत गहरी थी और उन्हें अपने जीवन के साथ सामंजस्य बिठाना मुश्किल हो रही है.
एक टैब्लॉयड को दिए इंटरव्यू के मुताबिक, रणधीर ने अपने भाइयों के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की है. उन्होंने कहा कि बीता साल उनके लिए बहुत दुखद रहा क्योंकि उन्होंने नौ महीने की अवधि के भीतर अपने दो भाइयों को खो दिया. वे उन सबसे अच्छे दोस्तों की तरह थे, जिन्हें अक्सर मिलने की जरूरत नहीं होती थी. वे आपस में बहुत खुश थे.
ऋषि कपूर के कैंसर के बाद, रणधीर लगातार डर में रहते थे कि कुछ भी हो सकता है और इसलिए वे बारी-बारी ऋषि से मिलने जाते थे, जब उनका अमेरिका में इलाज चल रहा था. लेकिन रणधीर ने कभी नहीं सोचा था कि राजीव इतनी जल्दी गुजर जाएंगे.
राजीव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपने अन्य भाइयों की तरह फेम नहीं मिला जिसके लिए रणधीर को बुरा लगता था; भले ही राजीव की राम तेरी गंगा मैली (1985) एक ब्लॉकबस्टर थी. रणधीर ने यह भी खुलासा किया कि राजीव अपने तुलसीदास जूनियर (आशुतोष गोवारिकर के स्पोर्ट्स ड्रामा) के लिए बहुत उत्साहित थे और उन्हें अच्छा करैक्टर रोल निभाने को मिलेगा. लेकिन कौन जानता था कि वह रिलीज नहीं देख पाएंगे. रणधीर ने राजीव को वह बेटा कहा जो उनके पास कभी नहीं था और साथ ही उन्हें जाने को अपनी सबसे बड़ी क्षति भी बताई. उन्होंने यह भी कहा कि राजीव बेहद प्रतिभाशाली थे और वह उन्हें हमेशा याद रखेंगे.
(Source: TOI)