लिरिसिस्ट और स्क्रिप्टराइटर जावेद अख्तर ने सोमवार को अपना असंतोष व्यक्त किया और सभी मुस्लिम निकायों से सामूहिक रूप से काबुल के मेयर द्वारा महिलाओं को घर पर रहने के आदेश की निंदा करने की अपील की है.
जावेद अख्तर ने ट्विटर कर लिखा है, "अलजजीरा ने रिपोर्ट दी है कि काबुल के मेयर ने सभी कामकाजी महिलाओं को घर पर रहने का आदेश दिया है. मैं उम्मीद करता हूं कि सभी महत्वपूर्ण मुस्लिम निकाय इसकी निंदा करेंगे, क्योंकि यह उनके धर्म के नाम पर किया जा रहा है, वे सभी कहां हैं जो कल तक तीन तलाक के बचाव में नारे लगा रहे थे."
Aljazeera has reported that the mayor of Kabul has ordered all working women should stay at home I expect all important Muslim bodies to condemn it because it is being done in the name of their religion Where are all those who were till yesterday shouting in defence of 3 talaq
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) September 20, 2021
काबुल के मेयर ने कहा है कि काबुल की शहरी अर्थव्यवस्था में 2,900 से ज्यादा लोग काम करते हैं. उन्होंने कहा कि उनमें से 27 प्रतिशत महिलाएं हैं जो राजस्व और निर्माण इंजीनियरिंग में जिला कार्यालयों में स्थानीय प्रतिनिधियों के रूप में काम करती हैं.
यह चीजे तब सामने आई हैं, जब अफगानिस्तान में महिलाएं सभी क्षेत्रों में समान अधिकारों की मांग करते हुए तालिबान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.
(Source: Twitter)