विवादित संवादों के चलते लंबे समय से सेंसर बोर्ड में अटकी फिल्म मोहल्ला अस्सी अब जल्द रिलीज होगी. दिल्ली हाईकोर्ट ने सिर्फ एक कट और ए सर्टिफिकेट के साथ फिल्म रिलीज करने की हरी झंडी दे दी है. सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया था.
13 दिसंबर को दिल्ली हाइकोर्ट ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को निर्देश दिया कि वह इस फिल्म को एक हफ्ते के भीतर 'ए' प्रमाणपत्र जारी करे. इससे पहले, सीबीएफसी ने इसमें 10 कट लगाने का सुझाव फिल्म के निर्देशक डॉ. द्विवेदी को दिया था. अपने आदेश में दिल्ली हाईकोर्ट ने उन 10 कट में से नौ को खारिज कर दिया है.
'मोहल्ला अस्सी' हिंदी के मशहूर कथाकार काशीनाथ सिंह के चर्चित उपन्यास 'काशी का अस्सी' पर बनी फिल्म है. किश्तों में छपा यह उपन्यास साहित्यिक और सांस्कृतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया था. डॉ. द्विवेदी की इस फिल्म में सनी देओल और साक्षी तंवर मुख्य भूमिकाओं में है. इस फिल्म की पूरी शूटिंग वाराणसी के अस्सी मोहल्ला और उसके आस पास हुई है. उपन्यास के मुख्य किरदार तन्नी गुरु रहे हैं जिसकी भूमिका फिल्म में सनी देओल निभा रहे हैं, जबकि और दूसरे चरित्र में भोजपुरी स्टार रवि किशन हैं.
फिल्म के संवाद में कुछ गालियां हैं जो सामान्य बातचीत के दौरान बनारस में इस्तेमाल की जाती हैं. इससे पहले भी इस तरह की कई फिल्में सेंसर बोर्ड से पास हुई हैं. मुझे लगता है सेंसर बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने जानबूझकर फिल्म को रोकने की कोशिश की थी.