एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी की आखिरी फिल्म 'मानसून शूटआउट' थी, जिसमें वो सीरियल किलर दर्शकों के सामने नजर आएं. नवाज एक मंझे हुए अभिनेता है. हर किरदार में ढल जाते हैं और शायद इसलिए वो शिवसेना प्रमुख बाला साहेब के जीवनी पर बन रही फिल्म में भी नजर आ आएंगे.
मीडिया में आई रिपोर्ट की मानें तो नवाज ने बाला साहेब के किरदार में ढालना भी शुरू कर दिया है. बाला साहेब ठाकरे के जैसा दिखना और उनके बात करने के अंदाज हर चीज की तैयारी उन्होंने शुरू कर दी हैं.
सूत्र बताते है कि प्रोजेक्ट का ओफ्फ्सियल अनाउंसमेंट 21 दिसंबर को एक इवेंट के दौरान होगा, जहां सदी के महनायक अमिताभ बच्चन भी मौजूद होंगे. बाला साहेब पर बन रही बायोपिक के शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत से पुछा गया तो उन्होंने कहा, 'फर्स्ट लुक लॉन्च में आइए और सब जान जाइए. संजय ने बताया कि इस बायोपिक में बाईट चार सालों से काम किया जा रहा हैं.
वैसे नवाज के लिए बाला साहेब की बायोपिक निभाना आसान नहीं होगा. किसी राजेनता की छवि को परदे पर दर्शाना बहुत मुश्किल काम है और बात जब बाला साहेब जैसे आइकोनिक राजनेता की हो तो किरदार निभाना और मुश्किल हो जाता हैं.
कौन है बाला साहेब ठाकरे
बाला साहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र के प्रसिद्द राजनेता थे. महाराष्ट्र में उन्होंने 'शिवसेना' नाम से हिन्दू राष्ट्रवादी दल का आयोजन किया. अपने जीवन का सफर उन्होंने एक कार्टूनिस्ट के रूप में किया था. शुरुआत में अंग्रेजी अखबार के लिए कार्टून बनाते थे. साल 1960 में उन्होंने मार्मिक के नाम से अपना एक स्वतंत्र साप्ताहिक अखबार निकाला. मराठी बहसः में सामना के अतिरिक्त हिंदी भाषा में दोपहर का सामना नामक अखबार निकाला.
राजनीतिक जीवन
बाला साहेब ठाकरे एक प्रगतिशील कार्यकर्ता थे जो जातिप्रथा के धुर-विरोधी थे. महाराष्ट्र में मराठी भाषा को संगठित करने के लिए संयुक्त मराठी आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई और मुंबई को महाराष्ट्र की राजधानी बनाने में 1950 के दशक में काफी काम किया. 1966 में उन्होंने महाराष्ट्र में शिवसेना नामक एक एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन की स्थापना की. शुरूआती दौर में बाला साहेब अपेक्षित सफलता नहीं मिली लेकिन बाद में उन्होंने शिवसेना को सत्ता की सीढ़ियों पर पहुंचा दिया.