लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर पहले अस्पताल से प्रभु कुंज लाया जाएगा। जहां लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद शिवाजी पार्क पर ले जाने की बात चल रही है, हालांकि मंगेशकर परिवार इसपर मीडिया को जानकारी साझा करेंगे। पुणे में लता जी का पैतृक निवास है।
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर आईसीयू के वार्ड से निकाल लिया गया है। राजकीय सम्मान के साथ लता मंगेशकर को अंतिम विदाई शिवाजी पार्क में दी जाएगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से दी गई श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी है। राष्ट्रपति की ओर से ट्वीट किया गया है कि लता जी का निधन ना सिर्फ मेरे लिए, बल्कि लाखों लोगों के लिए दिल तोड़ने वाला है। उनके द्वारा गाए गए अलग-अलग गानों में भारत की खूबसूरत तस्वीर देखने को मिलती है, जिन्होंने पीढ़ियों की भावनाओं को सामने रखा है। राष्ट्रपति ने लिखा कि लता दीदी से मेरी जब भी मुलाकात हुई, उन्होंने पूरे जोश के साथ मेरा स्वागत किया।
An artist born but once in centuries, Lata-didi was an exceptional human being, full of warmth, as I found whenever I met her. The divine voice has gone quiet forever but her melodies will remain immortal, echoing in eternity. My condolences to her family and admirers everywhere. pic.twitter.com/FfQ8lmjHGN
— President of India (@rashtrapatibhvn) February 6, 2022
गृह मंत्री अमित शाह ने लता मंगेशकर के योगदान को किया याद
सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया।
संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है।
उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। pic.twitter.com/uRwKwZa4KG
— Amit Shah (@AmitShah) February 6, 2022
गृह मंत्री अमित शाह ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अमित शाह ने कहा, "सुर व संगीत की पूरक लता दीदी ने अपनी सुर साधना व मंत्रमुग्ध कर देने वाली वाणी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से सराबोर किया। संगीत जगत में उनके योगदान को शब्दों में पिरोना संभव नहीं है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।"