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'तुम मुझे भुला न पाओगे' पंचतत्व में विलीन हुई “स्वरलोक” की माँ लता मंगेशकर, सभी ने दी नम आँखों से आखिरी विदाई

 

राजकीय सम्मान के साथ हो रहा है लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार। पंडितों के मंत्र उच्चारण के बीच लता मंगेशकर को उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने मुखग्नि दी। लता मंगेशकर पंच तत्वों में विलीन हो चुकी है। उनके अंतिम समय में उनका परिवार उनके साथ रहा। अब बस उनकी यादें हमारे पास रह गई हैं। 

भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हो गया है। लता मंगेशकर को 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पातल में भर्ती करवाया गया। लता लगभग एक महीने से अस्पताल के आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थीं। अस्पताल के डॉक्टर प्रतीत समदानी संग उनकी टीम लता की देखरेख और इलाज कर रहे थे. आज लता मंगेशकर दुनिया को अलविदा कह गई हैं। 

सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का आज निधन हो गया। 92 साल की लता मंगेशकर कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती की गई थी लेकिन लगातार उनकी सेहत में उतार चढ़ाव जारी रहा। आज फिर उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस बीच प्रधानमंत्री ने भी ट्वीट कर अपनी संवेदना व्यक्त की है। 

पीएम मोदी ने दी श्रद्धाजंलि
देश के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए ट्वीट किया, मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला है। उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी। लता दीदी के निधन पर मुझे अपने साथी भारतीयों के साथ शोक है। उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की शांति। 

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