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Netflix पर  Scoop लेकर आ रहे हैं हंसल मेहता, एक महिला क्राइम पत्रकार की किताब पर है आधारित 

फिल्ममेकर हंसल मेहता (Hansal Mehta) जल्द ही एक नई वेब सीरीज लेकर आने वाले हैं। जिसका नाम है 'स्कूप' (Scoop)। यह एक सच्ची घटना पर आधारित है। जिग्ना वोरा (Jigna Vora) की बायोग्राफिकल बुक 'बिहाइंड द बार्स इन बायकुला: माय डेज इन प्रिजन' ( Behind The Bars In Byculla: My Days in Prison) पर ही ये पूरी सीरीज बेस्ड होगी। सूत्रों की मानें तो इस सीरीज़ के लिए स्टारकास्ट भी फाइनल हो चूका है और इस पर बेहद तेज़ी से काम चल रहा है। 

कौन थी जिग्ना वोरा? किन वजहों से जुड़ा था उनका नाम? 

महिला पत्रकार जिगना वोरा मुंबई की नामी क्राइम जर्नलिस्ट थी। बाद में मुंबई पुलिस ने उन्हें पत्रकार जे डे हत्याकांड में गिरफ्तार कर लिया था। एक वक्त में जिग्ना वोरा महिला पत्रकारों के लिए रोल मॉडल बन गई थी। लेकिन बाद में उन्हें पुलिस ने जे डे मर्डर केस में 11वां आरोपी बना दिया। जिग्ना के दोस्त उन्हें एक महत्वाकांक्षी महिला बताते थे। जे डे मिड डे में काम करते थे। जिग्ना वोरा ने भी वहां तीन महीने के करीब काम किया था। लेकिन बताया जाता है कि इस दौरान दोनों के बीच शायद ही अधिक बात हुई, क्योंकि वोरा काफी जूनियर थीं और जे डे लोगों से कम मिलते थे। 

 

तब जिग्ना मुंबई के एक अखबार में चीफ रिपोर्टर थीं। उन्होंने अपने बच्चे की सिंगल पैरेंटिंग की थी। तब मीडिया रिपोर्ट में ऐसा लिखा गया था कि वह डॉन के करीब होने की कोशिश कर रही है। आरोपों के मुताबिक, उन्होंने छोटा राजन को जे डे के बारे में गलत जानकारी तक दी थी। 

राजन को ऐसा लगने लगा था कि जे डे उसके विरोधी छोटा शकील के वफादार हो गए हैं। मुंबई पुलिस ने ये दिखाने की कोशिस की थी कि जिग्ना वोरा जे डे से अधिक तरक्की पाना चाहती थीं। हालांकि, उनके साथ काम करने वाले लोग इस बात पर अचंभित हो गए थे। 

साल 2011 का चर्चित पत्रकार जेडे हत्याकांड, यह हत्या अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने करवाई थी।  इस हत्याकांड में सनसनीखेज मोड़ तब आया जब इस इसमें जिगना वोरा को गिरफ्तार किया गया।  आरोप लगा कि जिगना वोरा ने ही छोटा राजन को जेडे के खिलाफ उकसाया था और जेडे की मोटरसाइकिल का नंबर भी जिगना वोरा ने ही दिया था।  इस खुलासे के बाद मीडिया ही संदेह के घेरे में आ गई थी।  लेकिन पहले मकोका कोर्ट ने और बॉम्बे हाईकोर्ट को जिगना के खिलाफ कोई सुराग नहीं मिला था।  अब आठ साल बाद जिगना वोरा पूरी तरह से बरी हो चुकी हैं।  लेकिन क्या यह सब इतना आसान था।  जिगना वोरा ने बताया कि इस मामले ने जिंदगी को पूरी तरीके से बदलकर रख दिया।  मुंबई की टॉप क्राइम रिपोर्टर से एक अपराधी बन गई, एक हंसता खेलता परिवार अकेला हो गया।  जिस कोर्ट में कसाब का ट्रायल कवर किया था वहां खुद अपराधी बनकर पहुंच गई। 

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