दिग्गज संगीतकार बॉलीवुड के डिस्को किंग के नाम से मशहूर बप्पी लहरी अपने अंतिम यात्रा पर निकल चुके हैं। बप्पी दा का अंतिम संस्कार जुहू के पवन हंस श्मशान घाट में किया जाएगा। जिस ट्रक में बप्पी लहरी का पार्थिव शरीर रखा गया है, उसे फूलों से लजाया गया है। बप्पी दा के फैंस उन्हें नम आखों से विदाई दे रहे हैं।
उनके पार्थिव शरीर को उनके बेटे बाप्पा लहरी और दामाद ने कन्धा देकर ट्रक तक पहुँचाया। बप्पी दा के हज़ारों फैंस उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए जुहू स्तिथ उनके घर और श्मशान के बाहर खड़े हैं। उनके बेटे बप्पा लाहिड़ी बीती रात पिता के अंतिम संस्कार के लिए यूएस से मुंबई लौटे हैं। अब से कुछ देर पहले ही बप्पी लाहिड़ी के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेजेंडरी सिंगर का पार्थिव शरीर घर से श्मशान घाट ले जाया जा रहा है। बप्पी लाहिड़ी का अंतिम संस्कार मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट में किया जाएगा।
दिग्गज गायक और संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri death) का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है। वह 69 वर्ष के थे। उनका इलाज कर रहे डॉक्टर डॉ दीपक नामजोशी ने बताया कि, "लाहिड़ी को एक महीने पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सोमवार को छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को अपने घर बुलाया। उन्हें अस्पताल लाया गया। उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। आज जब वो नहीं हैं तो अपने पीछे छोड़ गए हैं अपना बेहतरीन काम।
बप्पी लाहिड़ी के निधन से उनका परिवार टूट गया है। सिंगर के बच्चों पर जैसे गम से बादल टूट पड़े हों। जिस वक्त बप्पी लाहिड़ी का निधन हुआ तब उनके बेटे उनके साथ मौजूद नहीं थे। वे सात समंदर पार लॉस एंजिलिस में थे। बप्पा लाहिड़ी अपने पिता के काफी करीब थे। वे अपने पिता को आइडल मानते थे। पर अब पिता और बेटे का ये साथ हमेशा के लिए टूट गया है। बप्पी लाहिड़ी के निधन से उनका परिवार टूट गया है। सिंगर के बच्चों पर जैसे गम से बादल टूट पड़े हों। जिस वक्त बप्पी लाहिड़ी का निधन हुआ तब उनके बेटे उनके साथ मौजूद नहीं थे। वे सात समंदर पार लॉस एंजिलिस में थे। बप्पा लाहिड़ी अपने पिता के काफी करीब थे। वे अपने पिता को आइडल मानते थे। पर अब पिता और बेटे का ये साथ हमेशा के लिए टूट गया है।