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सिद्धू मूसेवाला के अंतिम अरदास में उमड़ी लोगों की भीड़, भावुक माता-पिता ने फिर लगाईं अपने बेटे के लिए न्याय की गुहार 

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की अंतिम अरदास उनके ही मूसा गांव में आयोजित की गई थी। जहाँ उन्हें आखिरी विदाई देने के लिए भारी लाखों भीड़ जुट गई। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को हुई थी। अपने बेटे के अरदास में लाखों की भीड़ देखकर उनके पिता बेहद भावुक हो उठे। जब वो मंच पर बोलने के लिए खड़े हुए तो उनकी ज़बान लड़खड़ा रही थी, हाँथ जोड़े सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने बेटे के बारे में बोलते हुए काफी भावुक दिखे। वह मंच पर बेटे के लिए रोए भी। सिद्धू मूसेवाला के भोग कार्यक्रम (मृत्यु के बाद की रस्म) में भाग लेने के लिए बुधवार को बड़ी संख्या में लोग पंजाब (Punjab), हरियाणा और अन्य जगहों से आए थे। 

बलकौर सिंह ने अपने बेटे सिद्धू मूसेवाला को याद करते हुए उनके बचपन की कई साड़ी यादें भी साझा की। मंच से उन्होंने कहा, ‘पता नहीं क्यों मेरे बेटे को मार दिया गया, मेरा बेटा बेहद सीधा था। मेरा बीटा सिद्धू मूसेवाला ने दूसरी कक्षा से 12वीं कक्षा तक रोजाना स्कूल जाने के लिए 24 किमी तक साइकिल चलाई है। मेरे पास ज्यादा जमीन और पैसा नहीं था। लेकिन मेरे बेटे ने अपनी मेहनत से सब हासिल किया था।’

सिद्धू मूसेवाला के पिता ने कहा, ‘बेटे को जब भी पैसे की जरूरत होती थी तो वह मुझसे मांगता था.’ उन्होंने 29 मई का जिक्र करते हुए कहा, ‘उस दिन मैं भी उसके साथ जाना चाहता था। लेकिन वह मुझे साथ नहीं ले गया था. उसने मुझसे कहा था कि आप आराम करो, अभी आप खेत से आए हो।’ बता दें कि 20 मई को ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या उनके गांव मूसा में कुछ बदमाशों ने कर दी थी. बदमाशों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। 

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