दक्षिण भारतीय सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस साई पल्लवी (Sai Pallavi) विवादों से घिरी नजर आ रही हैं। साईं पल्लवी इन दिनों अपनी फिल्म Virata Parvam के लिए चर्चा में हैं ही इसके साथ उन्होंने फिल्म के प्रोमोशन के दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू कश्मीरी पंडितों को लेकर कुछ ऐसा कह दिया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया फिर उनके खिलाफ हैदराबाद में शिकायत दर्ज करा दी गई है।
विवाद बढ़ता देख अब अपने दिए बयान पर सफाई दिया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखते हुए कहा कि, मेरे बयान को तोड-मरोड़कर पेश किया गया है। उनका कहना था कि, किसी भी धर्म के नाम पर हिंसा एक बहुत ही बड़ा पाप मानी जाती है।
साई पल्लवी ने ये वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जारी किया है। इस वीडियो में साई अपने बयान पर सफाई देते हुए कहती हैं, ऐसा पहली बार हो रहा है, जब मैं आप सभी के साथ बात कर रही हूं। मै हमेशा से अपने विचारों को खुलाकर पेश करने वालों में रही हूं। मैं जानती हूं कि, मैंने अपनी बात को लोगों के समक्ष रखने में देर कर दी है, लेकिन मुझे माफ कर दीजिए। मेरी बातों को दूसरे तरीकों से लोगों के सामने पेश किया गया है। मैं केवल इतना कहना चाहती थी कि, धर्म के नाम पर कोई भी हिंसा गलत है। उन्होंने वीडियो में आगे कहा, मैं एक न्यूट्रल इंसान हूं। मुझे बहुत बुरा लगा कि जो मैंने बोला उसको सही रूप में प्रस्तुत नहीं किया गया। इंटरव्यू में बोली गई मेरी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
साई पल्लवी ने 17 जून को रिलीज हुई फिल्म विराट पर्वम को प्रमोट करते वक्त एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में द कश्मीर फाइल्स का ज्रिक करते हुए कहा, इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से उस वक्तकश्मीरी पंडितों की हत्या की गई, लेकिन इसके आगे उन्होंने कहा कि अगर हिंसा को आप धर्म से जोड़ कर देखें तो कुछ दिनों पहले गायों से भरा एक ट्रक ले जा रहे मुस्लिम व्यक्ति को भी पीट-पीट कर उसे जय श्री राम के नारे लगाने को कहा गया। इन दोनों घटनाओं में फर्क क्या है।