बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को बड़ी राहत मिल गई है। गणेश आचार्य को छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के मामले में अदालत से जमानत मिल गई है। मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने गणेश आचार्य को जमानत दी। कोरियोग्राफर गणेश आचार्य के खिलाफ उनके साथ ही काम कर चुकी एक महिला डांसर ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। मामले की जांच कर मुंबई पुलिस ने निचली अदालत में गणेश आचार्य के खिलाफ चार्जशीट यानी आरोप पत्र दायर किया था। बीते दिन गुरूवार 23 जून को गणेश आचार्य अदालत के समक्ष पेश हुए। गणेश आचार्य पर लगे आरोपों की सुनवाई करते हुए अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है। आपको बता दें कि यह मामला दो साल पुराना है।
यह मामला कोई अभी का नहीं है बल्कि यह मामला तो दो साल पुराना है। जमानत के चलते मामले ने फिर से चर्चा बटोर ली थी। आप सभी को यह भी जानकारी दे दें कि, महिला ने साल 2020 में कोरियोग्राफर(Choreographer Ganesh Acharya) के खिलाफ शिकायत की थी। उस दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि जब वो गणेश आचार्य के ऑफिस में काम करने के लिए जाती थी, तो उस पर गलत टिप्पणियां करने के साथ ही अश्लील वीडियो भी देखने के के लिए मजबूर किया गया।
केवल यही नहीं बल्कि महिला ने आगे यह भी बताया कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया गया। इसी के साथ ही महिला ने यह भी आरोप लगाया कि इसी वजह से छह माह के बाद ही भारतीय फिल्म टेलीविजन कोरियोग्राफर एसोसिएशन के द्वारा उसकी सदस्यता भी समाप्त कर दी गई। इसी के साथ अपने बयान में महिला ने आगे यह भी बताया कि आचार्य ने अन्य महिलाओं का भी यौन शोषण किया है।