
बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) आजकल लाइमलाइट में छाई हुई हैं। पिछले दिनों वो अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मंच साझा कर रहीं थी, उससे पहले ‘यूनाइटेड नेशन्स जनरल असेंबली’ में पार्ट लिया। एक्ट्रेस ने वहां बच्चों के अधिकारों के बारे में बात की। प्रियंका ने ऋषि यूक्रेन युद्ध पर भी अपनी आवाज़ उठाई थी। एक बार फिर देसी गर्ल ने ईरानी महिलाओं के समर्थन में अपनी आवाज़ उठाई है।
दरअसल इन दिनों ईरान में हिजाब का विरोध प्रदर्शन बहुत जोरों से हो रहा है। बता दें इस विरोध प्रदर्शन में आम के साथ-साथ खास भी जुड़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस हिजाब के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर काफी चर्चा हो रही है। हाल ही में प्रियंका चोपड़ा ने हिजाब विरोध का सपोर्ट किया है। प्रियंका पोस्टे में लिखती हैं कि 'ईरान और दुनिया भर में महिलाएं खड़ी हैं और अपनी आवाज उठा रही हैं। दुनिया के सामने अपने बाल काट रही हैं। महसा अमिनी के लिए कई दूसरे रूप से विरोध कर रही हैं, जिनके युवा जीवन को ईरानी मोरैलिटी पुलिस ने इतनी बेरहमी से छीन लिया था। उनके हिजाब को ‘गलत तरीके से’ पहनने के लिए ऐसा किया गया'।
प्रियंका चोपड़ा ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है कि 'जो आवाजें जबरदस्ती चुप्पी के बाद बोलती हैं वो ज्वालामुखी की तरह फटती हैं और वो नहीं रुकेंगी और न ही दबी होंगी। मैं आपके साहस और आपके उद्देश्य से शॉक्ड हूं। पैट्रियार्कल एस्टाब्लिशमेंट को चुनौती देने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए, अपने जीवन को जोखिम में डालना आसान नहीं है, लेकिन आप साहसी महिलाएं हैं जो हर दिन ऐसा कर रही हैं। भले ही कोई भी कीमत चुकानी पड़े'।
प्रियंका ने अपने पोस्ट में लिखा है कि हमें मुद्दों को समझना चाहिए और फिर अपनी सामूहिक आवाज के साथ जुड़ना चाहिए। हमें उन सभी को भी हासिल करना चाहिए जो दूसरों को भी प्रभावित कर सकें। संख्या मायने रखती है। अपनी आवाज जोड़ें इस अहम आंदोलन के लिए। जानकार रहें इन आवाजों को अब चुप रहने के लिए मजबूर नहीं किया जा सके'। 'मैं आपके साथ खड़ी हूं। जिन, जियान, आजादी…महिलाएं, जीवन, स्वतंत्रता'। प्रिंयका के इस पोस्ट को काफी पसंद किया जा रहा है। साथ ही एक्ट्रेस का काफी प्रशंसा की जा रही है। ईरान की तरह दुनिया भर के अलग-अलग देशों में हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। इन देशों में लंदन, फ्रांस, सीरिया, अमेरिका, कनाडा, इटली और स्पेन शामिल हैं।