ईरान में महसा अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद से विरोध और उग्र होता जा रहा है। सुरक्षाबलों के बल प्रयोग से अब तक तीन प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है और करीब 220 लोग जख्मी हो गए हैं। दुनिया भर में इसको समर्थन मिल रहा है। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा तक ने इसका खुलकर समर्थन किया है। बॉलीवुड में काम कर रही ईरानी एक्ट्रेस एलनाज नोरौजी (Elnaaz Norouzi) ने भी अपना गुस्सा ज़ाहिर किया है। एलनाज नोरौजी ने ईरान में हिजाब के खिलाफ महिलाओं के प्रदर्शन को समर्थन देते हुए कहा कि महिलाओं को अपनी मर्जी से कुछ भी पहनने का हक है। एलनाज ने हिजाब का विरोध करते हुए मंगलवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है।
इंस्टाग्राम पर शेयर किए इस वीडियो में अभिनेत्री एलनाज को अपना हिजाब और बुर्का उतारते हुए देखा जा सकता है। बुर्का उतारने के बाद वह एक-एक कर अपने सारे कपड़े उतार देती हैं और इस तरह वह ईरानी महिलाओं के इस प्रदर्शन में शामिल हो जाती हैं। इस वीडियो को उन्होंने ‘माई बॉडी, माई च्वाइस’ का नाम दिया है। बता दें कि बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा भी प्रदर्शनकारी महिलाओं को अपना समर्थन दे चुकी हैं।
इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘हर औरत, दुनिया में कहीं भी, इस बात की परवाह किए बगैर कि वह कहां से है, उसे यह अधिकार होना चाहिए कि वह जो चाहे, जब चाहे और जहां चाहे पहन सके। किसी भी पुरुष या किसी अन्य महिला को यह अधिकार नहीं है कि वह उसे जज करे या उसे दूसरे कपड़े पहनने के लिए कहे।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘हर किसी के अलग-अलग विचार और विश्वास होते हैं और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। लोकतंत्र का अर्थ है निर्णय लेने की शक्ति … प्रत्येक महिला को अपने शरीर को लेकर निर्णय लेने की शक्ति होनी चाहिए. मैं नग्नता को बढ़ावा नहीं दे रही हूं, मैं पसंद की स्वतंत्रता को बढ़ावा दे रही हूं.’
प्रियंका चोपड़ा ने अब ईरान में चल रहे हिजाब विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है। प्रियंका चोपड़ा ने एक लंबा नोट लिखा है, जिसे 430000 से ज्यादा लाइक्स मिले हैं। वहीं इस पर 54000 से ज्यादा कमेंट किए गए हैं। वहीं प्रियंका चोपड़ा की पोस्ट पर दीया मिर्जा जैसे कई कलाकारों ने भी लाइक भी किया है।
प्रियंका चोपड़ा ने लिखा है, 'ईरान की महिलाएं अपनी आवाज उठा रही है'
प्रियंका चोपड़ा ने अपने पोस्ट में लिखा है, 'ईरान की महिलाएं खड़ी हो रही है और अपनी आवाज उठा रही है। इसके अलावा वे अपने बाल भी काट रही हैं। वह महशा अमीनी की हत्या के विरोध में अपनी आवाज को बुलंद कर रही हैं, जिन्हें ईरानियन मोरालिटी पुलिस में जान से मार दिया, जिन्होंने अपना हिजाब ठीक से नहीं पहना था, जो आवाज बोल रही थी, उसे जबरन चुप कराया गया। अब वह एक ज्वालामुखी बन गया है और उन्हें दबाया नहीं जा सकता। मैं आप लोगों के साहस को देखकर दंग हूं।'