एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर की ख़ुदकुशी मामले में अब भी कई पेंच है जिसे इंदौर पुलिस को सुलझाना है। अब तक की तफ्तीश में एक बात तो साफ़ हो गया है की वैशाली अपने करियर को लेकर चिंतित नहीं थी। बल्कि वो अपने पुराने बॉयफ्रेंड राहुल नलवानी और उसकी पत्नी से बेहद दरी हुई थी। दोनों उसे मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान कर रहे थे। और ये सब एक दो महीने से नहीं बल्कि पूरे ढाई साल से चल रहा था। पुलिस सूत्रों की मानें तो वैशाली टक्कर वापस मुंबई आना चाहती थी। लेकिन राहुल और दिशा की धमकियों की वजह से ऐसा कर नहीं पा रही थी।
सूत्रों की मानें तो राहुल नलवानी की पत्नी दिशा कटारिया खुद चाहती थी की वैशाली टक्कर उसके पति से रिश्ते रखे। यही वजह थी की जैसे ही दोनों को वैशाली की शादी की खबर लगी तो वो उसे धमकाने लगे। पुलिस का दावा है की उनके पास कुछ तो एशिया था जिसे वैशाली सार्वजनिक करना नहीं चाहती थी। वो कई महीनों से वैशाली को ब्लैकमेल कर रहे थे। जिससे परेशान होकर ही उसने ये कदम उठाया है। वैशाली लॉकडाउन के बाद ही पूरी तरह से राहुल की गिरफ्त में फंसती चली गयी। दिशा और राहुल ने मिलकर पूरी तरह से वैशाली को अपने जाल में फंसा रखा था जिससे वो आज़ादी चाहती थी।
वैशाली ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि 'राहुल ने मुझे परेशान कर रखा है। उसने मेरी दोस्ती का फायदा उठाया। मुझे राहुल ने इस कदर परेशान किया कि मुझे आत्महत्या करना पड़ रही है। राहुल ने धोखे से मेरे फोटो ले लिए। फिर ये फोटो-वीडियो मेरे मंगेतर अभिनंदन को भेज दिए। इसके बाद वैशाली-अभिनंदन की सगाई टूट गई थी। वैशाली ने डायरी के आखिरी पन्ने में लिखा है कि पापा-भाई आपसे बहुत प्यार है, लेकिन राहुल और उस लड़की को सजा दिला देना। सुसाइड नोट के एक पन्ने पर 2.5 साल से ज्यादा परेशान होने का जिक्र भी वैशाली ने किया है।
शाली ने सुसाइड नोट में राहुल नवलानी और उसकी पत्नी दिशा नवलानी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने इस दंपती पर धारा 306 (आत्महत्या के लिए मजबूर करने) का केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने वैशाली का सुसाइड नोट, डायरी, मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। पुलिस के मुताबिक मामले में सबसे पहले बरामद सुसाइड नोट की सत्यता की जांच की जाएगी। हैंड राइटिंग एक्सपर्ट की भी मदद लेंगे। वैशाली ने सुसाइड नोट में जो आरोप लगाए हैं, पुलिस उनकी बारीकी से जांच कर एक-एक बिंदु को कन्फर्म करेगी। पुलिस का कहना है कि जरूरत पड़ी तो परिजनों के अलावा जिन नामों का जिक्र सुसाइड नोट में है उनसे कानूनी रूप से पूछताछ भी की जाएगी। जब्त मोबाइल की कॉल रिकॉर्डिंग और मैसेज की भी जांच की जाएगी। जो मैसेज या कॉल हिस्ट्री डिलीट कर दी गई है उसे भी रिस्टोर किया जाएगा।