बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स मामले में एनसीबी की रिपोर्ट में बड़े खुलासे सामने आये हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की जांच रिपोर्ट में खुलासे हुए हैं की कैसे आर्यन को इस केस में फंसाया गया और तो और जांच में भी कई कमियां पाई गई हैं। इसके अलावा जांच में शामिल अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका की भी आशंका जताई गई है। मामले को लेकर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। अब इस मामले में सबसे बड़ा सवाल ये है कि,
किसके इशारे पर आर्यन खान को ड्रग्स केस में फंसाया गया, झूठा केस बनाने वाले वो 7 अफसर कौन हैं ?
जब एजेंसी कि जांच में उन नामों का खुलासा हो गया तो आखिर उनके खिलाफ कार्यवाही कब तक होगी ?
और तो और आर्यन ने गिरफ़्तारी के बाद जो पीड़ा और बदनामी सही है उसकी भरपाई कौन करेगा ?
ऐसे कई और सवाल हैं जिनका जवाब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को भी देना होगा। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग्स केस में संदिग्ध रवैया लगता है। जांच एजेंसी ने अपने ही अधिकारियों पर सवाल उठाए हैं और कहा कि इसमें कई अनियमितताएं पाई गई हैं। इनमें 7 से 8 अधिकारियों पर आरोप लगाया गया कि जांच के दौरान उनका व्यवहार संदिग्ध था। एनसीबी की इस विशेष आंतरिक रिपोर्ट में अब जांच अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
सूत्र ने कहा, ‘जांच में पाया गया कि मामले में कई खामियां थीं। जांच में शामिल अधिकारियों की मंशा पर भी सवाल उठाए गए हैं।‘ जांच के तहत 65 लोगों के बयान दर्ज किए गए। कुछ लोगों ने 3-4 बार अपने बयान बदले। सूत्र ने कहा कि कुछ अन्य मामलों में जांच में खामियां सामने आई हैं। इन सभी मामलों के बारे में रिपोर्ट भेज दी गई है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘इस मामले में 7 से 8 एनसीबी अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिसके लिए विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। एनसीबी से बाहर के लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति मांगी गई है।‘ बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में मुंबई क्रूज ड्रग्स मामल में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उनमें आर्यन खान भी शामिल थे।