महिलाओं को अक्सर धार्मिक युद्ध का खामियाजा भुगतना पड़ता है और आने वाली फिल्म द केरल स्टोरी इस बात को बखूबी बयां करती है। फिल्म का टीजर गुरुवार को रिलीज हो गया है। ट्रेलर में एक मानवीय त्रासदी की कहानी दिखाई गई है। इसमें भारतीय दक्षिणी राज्य केरल में 32,000 महिलाओं के लापता होने के पीछे की घटनाएं शामिल हैं। फिल्म में ये दावा किया गया है की ये सच्ची घटना पारा आधारित है की कैसे केरल में 32 हजार महिलाएं गायब हो गईं और अब वह अफगानिस्तान, सीरिया और यमन के रेगिस्तान में दफन हो चुकी हैं। ये सभी लड़कियां आतंकी संघठन ISIS से जुडी थी। मेकर्स का दावा है कि फिल्म इन महिलाओं के साथ हुई साजिश और दर्द के पीछे की सच्चाई को दिखाएगी। टीजर के आने के बाद विवाद भी बढ़ता जा रहा है।
टीज़र की शुरआत में ही दावा किया गया है कि कैसे एक लड़की जिसे नर्स बनना था उसका अपहरण कर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया और फिर उसे आतंकी बनाया गया। दिखाया गया है कि ये कहानी 'शालिनी उन्नीकृष्णन' से 'फातिमा बा' बनने का है। इसके साथ उन और लड़कियों की है जो देश से हज़ारों किलोमीटर दूर रेट में दफन कर दी गयी हैं। उस जैसी कई लड़कियां हैं जो आईएसआईएस आतंकवादी के रूप में अफगानिस्तान की जेल में बंद है। उन्हें कैसे गुलाम बना कर रखा गया है।
लेकिन इस टीज़र के बाद केरला की सरकार और लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है।उनका आरोप है कि ‘द केरल स्टोरी‘ की कहानी फेक प्रोपगंडा है और राज्य को बदनम करने की साजिश है। तो कई यूजर्स ने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स‘ की तरह एक और फिल्म सच्चाई को बड़े पर्दे पर लाने जा रही है।
निर्माता विपुल अमृतलाल शाह का कहना है कि फिल्म को बनाने से पहले 4 साल तक रिसर्च किया गया। निर्देशक सुदीप्तो सेन ने केरल और अरब देशों की यात्रा की। उन्होंने स्थानीय लोगों और पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उनकी बात सुनकर हैरान रह गए। ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म अगले साल बड़े पर्दे पर रिलीज होगी।