53वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ‘दुष्प्रचार करने वाली‘ और ‘भद्दी’ फिल्म बताया है। इफ्फी 2022 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लापिद ने कहा कि फिल्म समारोह में इस फिल्म का प्रदर्शन किए जाने से वह “परेशान और हैरान” हैं। उन्होंने कहा कि यह एक प्रोपेगेंडा की तरह लग रही थी। सोशल मीडिया पर Nadav Lapid का वीडियो वायरल हो गया। ये मामला अब काफी टूल पकड़ता दिखाई दे रहा है।
कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को अश्लील-प्रोपेगेंडा बताने वाले IFFI के जूरी प्रमुख नदाव लापिड (Nadav Lapid) के खिलाफ पुलिस में शिकायत की गई है और FIR दर्ज करने की मांग की गई है। यह शिकायत सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने की है। गोवा डीजीपी (Goa DGP) को लिखे अपने शिकायती पत्र में जिंदल ने कहा कि नदाव लापिड ने कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय का मजाक बनाया है।
उधर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि नदाव लापिड (Nadav Lapid) ने अपने पद का दुरुपयोग किया। खुद इजरायल के एंबेसडर ने यह बात कही है। केंद्र और राज्य सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा।
@vineetJindal19 ने गोवा डीजीपी को पत्र लिखकर कश्मीर फाइल्स के खिलाफ टिप्पणी और कश्मीरी पंडितों की भावनाओं को आहत करने को लेकर IFFI के जूरी प्रमुख नदव लापिड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।#NadavLapid #KashmiriPandit #KashmirFiles #VineetJindal pic.twitter.com/RsVXryAFC4
— Adv.Vineet Jindal (@vineetJindal19) November 29, 2022
सुप्रीम कोर्ट में वकील विनीत जिंदल ने ट्वीट किया, ‘नदाव लापिड (Nadav Lapid) ने कश्मीर फाइल्स नहीं, बल्कि उसमे दिखाई गई सच्चाई को प्रोपोगेंडा व अश्लील बोला है। देश का हर नागरिक व हिन्दू इस आदमी पर कार्रवाई चाहता है। मेरा अनुराग ठाकुर व गोवा पुलिस से आग्रह है कि नदाव के ख़िलाफ़ मेरी शिकायत पर कार्रवाई की जाए’।
एडवोकेट विनीत जिंदल ने नदाव लापिड के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि लापिड ने कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर जो टिप्पणी की है, उसके लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 121,153,153ए और बी, 295, 298 और 505 के तहत केस दर्ज होना चाहिए। शिकायत में कहा गया है कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ कश्मीर में हिंदू नरसंहार की सच्ची कहानी पर आधारित है।
विनीत ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को देखकर हम सभी परेशान और हैरान थे। इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिंदू नरसंहार की एक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म के खिलाफ आह्वान हुआ। अब उसे ‘प्रचार’ और ‘अश्लील’ बताकर कश्मीरी हिंदुओं के बलिदान को गाली दे रहे हैं। नदाव लापिड, अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर हिंदू समुदाय को निशाना बना रहे हैं।