बीजेपी सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के घर पर बने अवैध निर्माण को बीएमसी ने तोड़ा दिया है. बीएमसी के मुताबिक शत्रुघ्न सिन्हा के जुहू बंगले 'रामायण' में रेफ्यूज एरिया में टॉयलेट, स्टिल्ट पर पूजा घर और दफ्तर अवैध रूप से बनाया गया था. साथ ही छत पर भी अवैध टॉयलेट बनाया गया था. सोमवार को बीएमसी ने सभी अवैध निर्माण तोड़ दिए हैं.
बीएमसी की इस कार्रवाई पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, उनके घर में मामूली बदलाव हुए थे. मैंने बीएमसी कर्मचारियों को इस निर्माण को हटाने में सहयोग किया. हमने ऊपर टॉयलेट इसलिए बनाया था ताकि वर्कर्स उसका इस्तेमाल कर सकें. हमें BMC से कोई आपत्ति नहीं है. मंदिर को उस जगह से फिलहाल के लिए शिफ्ट कर दिया गया है.
बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक, सांसद के घर में दो टॉयलेट और एक पैंट्री का अवैध निर्माण था. एक टॉयलेट छत पर और एक ऑफिस में था. बिल्डिंग में बना पूजा घर भी अवैध निर्माण के तहत आता है.
मजेदार बात यह है कि शत्रुघ्न सिन्हा को बीएमसी की तरफ से पहला नोटिस पिछले साल 6 दिसंबर को मिला था. नोटिस से ठीक एक दिन पहले वह बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा के पार्टी के खिलाफ छेड़े गए विरोध के समर्थन में आए थे. जब उनसे पूछा गया कि कहीं उनके घर पर बीएमसी की कार्रवाई यशवंत सिन्हा का समर्थन करने की वजह से तो नहीं हुईं? इस सवाल को उन्होंने हंसकर टाला.
सिविक अधिकारियों से पता चला है कि उनके पास 3 महीने पहले ये शिकायत आई थी. जिसमें बताया गया था कि सिन्हा ने फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) के नियमों का उल्लंघन किया है और बिना इजाजत अवैध निर्माण किया है