सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट और नयी रिलीज़ डेट मिलने के बावजूद संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.राजपूत करणी सेना ने फिल्म का विरोध करना बंद नहीं किया है.
हाल ही में करणी सेना के प्रमुख लोकेन्द्र सिंह कलवी ने कहा है, 'फिल्म का नाम बदल देने और छोटे-मोटे बदलाव कर हमें बेवक़ूफ़ नहीं बनाया जा सकता और न ही चितौड़ की रानी के अपमान को सही ठहराया जा सकता है. फिल्म रानी पद्मिनी की छवि धूमिल करती है और यह राजपूतों के गौरव पर हमला है. फिल्म गलत तथ्य पेश करती है और यह इंडिया की सांस्कृतिक विरासत को भी हिलाकर रख देगी. हम सरकार और सेंसर बोर्ड से ये पूछना चाहते हैं कि वह मूक होकर भारत के गौरव के साथ ऐसे खिलवाड़ को क्यों देख रहे हैं?
ऐसी फिल्म को क्यों रिलीज करने की इजाजत दी जा रही है जो लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है?सेंसर बोर्ड और 'पद्मावत' के मेकर्स के बीच हुए इस समझौते को मंजूर नहीं किया जाएगा. हम फिल्म दिखाने वाले थियेटरों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देते हैं.
करणी सेना ने सेंसर बोर्ड की क्रेडिबिलिटी पर सवाल उठाते हुए आगे कहा,इतिहासकारों को फिल्म दिखाकर रिव्यू कराने और पास करने की बात में कोई सच्चाई नहीं है. बोर्ड ने नौ इतिहासकारों का पैनल बनाने की बात कही थी लेकिन फिर तीन इतिहासकारों से रिव्यू करवा लेने की बात सामने आना यह जाहिर करता है कि वह मामले के प्रति कितने गंभीर हैं?
अब देखना ये है कि करणी सेना के इन आरोपों का फिल्म के मेकर्स पर क्या असर पड़ता है.आपको बता दें कि फिल्म पद्मावत 25 जनवरी को रिलीज़ होने जा रही है. फिल्म में दीपिका पादुकोण,रणवीर सिंह और शाहिद कपूर मुख्य भूमिका में नजर आयेंगे.