बॉलीवुड फिल्मों के तौर पर देखें तो शाहरुख खान और अनुराग कश्यप दो अलग-अलग छोरों पर खड़े नजर आते हैं लेकिन अनुराग का कहना है कि जब तक वह बॉलीवुड के इस सुपरस्टार के साथ फिल्म नहीं बना लेते तब तक फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा नहीं कहेंगे. अपने दो दशक के फिल्मी करियर में ऐसा कई बार हुआ जब अनुराग शाहरुख के साथ काम करने ही वाले थे.
शाहरुख दिल्ली यूनिवर्सिटी में कभी अनुराग कश्यप के सीनियर रहे हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि शाहरुख उनके साथ 'नो स्मोकिंग' में काम करने के लिए काफी उत्साहित थे लेकिन अंत में यह फिल्म जॉन अब्राहम को मिल गई. अनुराग ने कहा, 'वह (शाहरुख) फिल्म नो स्मोकिंग में काम करना चाहते थे लेकिन जब यह फिल्म मैंने जॉन को दे दी तो वह अपसेट हो गए. मैं उनके पास 'ऑलविन कालीचरण' लेकर भी गया था. इस फिल्म को मैं शाहरुख
और किसी हॉलीवुड सुपरस्टार के साथ बनाना चाहता था. सब कुछ तैयार था लेकिन आखिर में फिर ऐसा नहीं हुआ.'
उन्होंने कहा, 'लेकिन हम साथ काम जरूर करेंगे. मैं शाहरुख के साथ फिल्म बनाए बिना कहीं नहीं जाने वाला. मैं एक ऐसी फिल्म लिखूंगा जो उन्हें पसंद आएगी. वह इस फिल्म की ओर आकर्षित हों और इसे हर कीमत पर करना चाहेंगे.'
अपने और शाहरुख के बीच की रिलेशनशिप को अजीब बताते हुए अनुराग ने कहा, 'वह यूनिवर्सिटी में मेरे सीनियर रहे हैं. उन्होंने मेरे बड़े भाई की तरह मेरी मदद की. वह बेहद सफल हैं और मेरे संघर्ष के दिनों में हमेशा उन्होंने मदद की है. वह कहते हैं कि जैसा मैं कहता हूं वैसा करो और तुम्हारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी. लेकिन मैं नहीं चाहता था कि वह मेरी जिंदगी बनाएं.'
पिछले कुछ सालों में अनुराग कश्यप की इमेज बॉलीवुड में बागी की बन चुकी है. उनका कहना है कि वह यहां किसी से भी लड़ सकते हैं लेकिन शाहरुख से नहीं. उन्होंने कहा, 'वह एक इकलौते ऐसे इंसान हैं जिनसे मैं कुछ नहीं कह सकता. मैं दुनिया से लड़ सकता हूं लेकिन उनसे नहीं. अगर वह मुझे डांटेंगे तो मैं कोने में चुपचाप बैठकर रो लूंगा.वह एक ऐसे इंसान हैं जिनसे मैं प्यार करता हूं और उनके लिए मेरी यह मोहब्बत मरते दम तक जिंदा रहेगी.' अनुराग ने यह भी बताया कि शाहरुख अक्सर उनका मजाक उड़ाकर उन्हें परेशान करते रहते हैं.