मैंने यह पहले भी कहा है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री अगर स्टार परफॉर्मर्स का एक सर्कस है, तो डब्बू रत्नानी यहां के एक चमकीले और अतिरंजित रिंगमास्टर. अपने कैमरे और लैंस के साथ यह पॉपुलर फोटोग्राफर तमाम स्टार्स को लुभाकर और मनाकर वो सारे काम भी करवा लेते हैं जो बड़े-बड़े डायरेक्टर्स भी शायद न करवा पाएं. वो अपने स्टार्स को क्लासिक ब्लैक-एंड-व्हाइट फ्रीज फ्रेम्स में कैद करें या उम्दा कलरफुल फोटोज में, उनके एनुअल कैलेंडर्स में तमाम स्टार्स का एक बेमिसाल पक्ष उभरकर सामने आता है. पिछले 18 सालों से डब्बू और उनके कैलेंडर शूट की पॉपुलैरिटी काफी बढ़ी है. उनका 2018 कैलेंडर मुंबई में अमिताभ बच्चन के साथ लॉन्च हो रहा है और उनके लिए तैयारियां और रिजर्वेशन्स इस कदर हैं जैसे बड़े बैनर की मल्टी-स्टारर फिल्मों के लिए होते हैं. इस मौके पर इंडस्ट्री की तमाम सेलिब्रिटीज को न्योता है. पेश हैं डब्बू के साथ इंटरव्यू के कुछ खास अंश...
सवाल: आप कैसे तय करते हैं कि आपके कैलेंडर में कौन होगा? यह स्टार्स की मौजूदा पॉपुलैरिटी पर निर्भर करता है, या बॉक्स ऑफिस पर उनकी सफलता पर, या फिर आने वाले समय में किसके हाथ में कितनी फिल्में हैं?
जवाब: नहीं हैं, इनमें से कोई भी पैरामीटर मैं फॉलो नहीं करता हूं. मेरे पास 20 लोगों की लिस्ट है. ये वो लोग हैं जिनके साथ में बहुत काम करता हूं और जिनके साथ मेरे सम्बन्ध काफी अच्छे हैं. मुझे पता है कि वो भी खुशी से मेरे साथ काम करेंगे. वो मुझे अपना अच्छा दोस्त मानते हैं और मेरे कहे जैसा काम बिना सवाल के करेंगे. साल 2000 से लेकर अभी तक उनमें से कुछ को मैंने हर साल अपने कैलेंडर में लिया है. यह बात मुझे काफी खुशी देती है कि उन सभी को अपने साले कैलेंडर याद हैं और वो आगे भी ऐसे कैलेंडर शूट करना चाहते हैं. लेकिन मुझे हर साल कुछ न्यूकमर्स भी मिलते हैं, तो मैं वैरायटी के लिए एक-दो नाम बदल भी देता हूं.
सवाल: यह कोई व्यापारिक काम नहीं है न?
जवाब: बिलकुल भी नहीं, और स्टार्स इस बात की सराहना करते हैं कि मैं कैलेंडर का गलत फायदा नहीं उठाता हूं. मैं यह सिर्फ अपनी रचनात्मक संतुष्टि के लिए करता हूं. मैं अपना पुराना काम भी उठाकर देखता हूं कि पिछले 17 सालों में मैंने कैसे शूट किये हैं, क्या अभी तक नहीं किया और आगे क्या क्या सुधार कर सकता हूं.
सवाल: हर फोटो की थीम का आइडिया किसका होता है?
जवाब: फोटोज को कन्सेप्चुअलाइज मैं करता हूं. 24 फोटोज के लिए मैं करीब 100 कांसेप्ट बनाता हूं. फिर मैं हर एक्टर को तीन या चार आइडियाज ईमेल करता हूं. ये आइडियाज उनकी पर्सनालिटी को सूट करते हैं. फिर जो भी उन्हें सबसे ज्यादा पसंद आता है, हम उसे फाइनल करते हैं. यह सब एक्सपेरिमेंटल होता है. कुछ स्टार्स कहते हैं कि हमें कुछ क्रेजी करना चाहिए. इस काम में आपकी रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं है. मैं इस शो का बॉस हूं और और मैं जो चाहूं वो कर सकता हूं. जहां तक बात कैलेंडर की है, मैं 24 अलग-अलग शॉट्स लेता हूं. इनमें कोई एक थीम नाहीं होती है. थीम वाले कैलेंडर में कई सीमाएं आ जाती हैं. यहां हर पिक्चर एक अलग कहानी सुनाती है.
सवाल: किसके साथ शूटिंग आसान होती है - मर्द या औरत?
जवाब: मर्दों के साथ शूटिंग जल्दी हो जाती है, पर आसान नहीं. आदमी अपने कपड़ों के साथ रेडी आते हैं, मेक-अप में महज़ 15 मिनट लगते हैं और 10 मिनट में शूटिंग हो जाती है. जबकि महिलाओं के साथ कपड़ों से लेकर मेक-अप, बाल और स्टाइलिंग हर चीज़ में टाइम लगता है. मैंने एक दिन में चार शूट्स भी किये हैं. ऐसा तब होता है जब स्टार्स खुद एनर्जी से भरे होते हैं, वो एक अपेक्षा के साथ आते हैं, और अपनी फोटोज़ देखने के लिए उत्साहित होते हैं. इस डिजिटल युग में रिजल्ट्स भी तुरंत ही देखे जा सकते हैं. पहले फोटोज को प्रिंट करवाना पड़ता था और काफी लम्बा समय लगता था. लेकिन मैं हर कैलेंडर ऐसे ही शूट करता हूं जैसे वो मेरा पहले कैलेंडर हो.
सवाल: आपके हिसाब से सबसे ज्यादा बिंदास कौन है?
जवाब: बिंदास तो सभी हैं. लेकिन बच्चन सर सबसे ज्यादा एक्सपेरिमेंटल रहे हैं. मैंने उन्हें एक ऑटो रिक्शा में रखा है, एक नाई के सलून में रखा है, एक लगेज ट्रॉली के ऊपर बैठाया है, गलियारों में उनके साथ शूट किया है. उनके अलावा शाहरुख खान भी काफी बिंदास हैं. ये बॉलीवुड के सबसे बड़े एक्टर्स हैं लेकिन इन्हें मुझपर भरोसा है. मैं उन्हें बताता हूं कि मुझे क्या चाहिए. मुझे लगता है कि हर शूट में जो क्रिएटिविटी और वेरिएशन मैं लाना चाहता हूं, ये उसकी कदर करता हैं.
सवाल: आप कलर और ब्लैक एंड वाइट में कैसे खेलते हैं?
जवाब: मुझे लगता है कि आर्टिस्टिक और क्रिएटिव लोग कई अलग-अलग दौर से गुजरते हैं. मैं खुद अक्सर बहुत रंगीन और फंकी कपडे पहनता हूं. मेरे पास कई सारी चमकीले रंगों वाली शर्ट्स हैं. और में किस दौर से गुजर रहा होता हूं, यह मेरे कैलेंडर में दिखता है.
सवाल: आप कैलेंडर क्यों करते हैं ?
जवाब: मैंने पहले कैलेंडर 2000 में किया था. हर कोई नई शताब्दी 'वाईटूके' के बारे में बात कर रहा था. और मुझे लगा कि नयी सदी के स्वागत के लिए एक कैलेंडर बनाने से बेहतर और क्या तरीके हो सकता है. मैंने 12 स्टॉक पिक्चर्स लेकर करीब 1,000 कैलेंडर्स प्रिंट करवाए. यह बॉलीवुड के लिए मेरा न्यू ईयर गिफ्ट था. मैंने बतौर फोटोग्राफर अपना काम बस शुरू ही किया था. लोगों ने उसे काफी पसंद किया. अगले साथ के लिए लोगों की फरमाइशें आने लगीं. लेकिन अगले साल मैंने 24 पिक्चर्स खुद खींचीं. कोई स्टॉक इमेज इस्तेमाल नहीं की. उस कैलेंडर का रिएक्शन देखकर तो मैं जैसे पागल ही हो गया था. उस समय कैलेंडर एक ट्रेंड बन चुका था. इससे मुझे काम मिलना शुरू हुआ. लोग कैलेंडर पसंद करते हैं, अपनी डेस्क पर लगाते हैं. और कई सालों तक कैलेंडर मेरे लिए एक ब्लैकबोर्ड की तरह रहा है. पहले मेरे काम को दिखाने के लिए कोई सोशल मीडिया नहीं हुआ करता था. लेकिन अब मेरे काम को कई लोग देखते और सराहते हैं.
सवाल: आप कितनी कॉपियां बनाते हैं?
जवाब: मैं 5,000 कॉपियां प्रिंट करता हूं. इनको में तमाम क्लाइंट्स, एसोसिएट्स, फिल्म स्टार्स, और मीडिया से जुड़े लोगों को देता हूं. लोग मेरे कैलेंडर का हर साल इंतजार करते हैं. हालांकि यह एक बड़ा इन्वेस्टमेंट होता है, इसमें शूटिंग से लेकर प्रिंटिंग और कोरियर का खर्चा भी शामिल होता है. लेकिन मुझे इसी से काम मिलना शुरु हुआ है और यही पूरे साल मुझे बिजी रखता है. मैं आइडियाज नोट करता रहता हूं, लोकेशन्स के नोट बनाता हूं, और हर रोज इवॉल्व करता हूं.
सवाल: कैलेंडर की लॉन्च डेट बॉलीवुड में काफी बड़ी और महत्वपूर्ण डेट होती होगी?
जवाब: यह सिर्फ उन लोगों का प्यार है जो इस पार्टी को बड़ा बनाता है. मैं करीब 300 लोगों को इन्विटेशन देता हूं. इनमें से 20 मेरे करीबी दोस्त होते हैं जो खास मेरे लिए आते हैं. और बाकी कई लोग स्टार्स को देखने आते हैं. और स्टार्स मुझे सपोर्ट करने.