हॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स ऑस्कर्स ने इस साल की अपनी नॉमिनेशन लिस्ट का ऐलान कर दिया है।इस साल 96वें ऑस्कर अवॉर्ड्स होने वाले हैं। इस बार बेस्ट फीचर फिल्म कैटेगरी में कोई भी भारतीय फिल्म अपनी जगह नहीं बना पाई है। लेकिन भारतीय डॉक्युमेंट्री टू किल ए टाइगर ने 96वें अकादमी पुरस्कार की बेस्ट डॉक्युमेंट्री फीचर फिल्म की कैटेगरी में नॉमिनेट होने सफल रही है।
झारखंड में 13-वर्षीय लड़की के साथ हुई गैंगरेप की घटना पर बनी फिल्म 'टू किल अ टाइगर' ऑस्कर्स 2024 में मंगलवार को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर की श्रेणी में नॉमिनेट हुई। इस फिल्म की निर्देशक भारतीय-कनाडाई फिल्ममेकर निशा पाहुजा हैं और इसे कोर्निलिया प्रिंसिपी और डेविड ओपनहाइम ने प्रोड्यूस किया है। 2022 में बनी यह डॉक्यूमेंट्री कई पुरस्कार जीत चुकी है।
निशा पाहुजा की डॉक्युमेंट्री टू किल ए टाइगर की कहानी काफी संवेदनशील मुद्दे पर बनी है। फिल्म में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप की घटना को दिखाया है। इस घटना बाद वह लड़की और उसका परिवार बड़े संघर्ष से गुजरता है। एक छोटे से गांव की 13 साल की बच्ची के साथ हुए इस घिघोने काम में 3 लोग आरोपी होते हैं, जिनको जेल की सलाखों के पीछे भिजवाने के लिए एक व्यक्ति पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आता है। अब देखना ये दिलचस्प रहेगा कि क्या निर्माता गुनीत मोंगा की डॉक्युमेंट्री 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' की तरह निशा की ये डॉक्युमेंट्री ऑस्कर में इतिहास रच पाती है या नहीं।
डॉक्युमेंट्री टू किल एक टाइगर की निर्देशक निशा पाहुजा भारतीय मूल की हैं। मौजूदा समय में वह कनाडा के टोरंटों में रहती हैं। निशा का जन्म भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था। लेकिन छोटी सी उम्र में ही वह अपने माता-पिता के साथ 1970 के आस-पास टोरंटो पलायन कर गईं थीं।