गुरुवार की सुबह संजय लीला भंसाली के लिए थोड़ी राहत की सांस लेकर आई हैं, जब सुप्रीम कोर्ट ने चार राज्यों द्वारा 'पद्मावत' पर लगाए गए बैन को खारिज कर दिया. हरयाणा, राजस्थान गुजरात और मध्य प्रदेश सरकार ने फिल्म को रिलीज करने से साफ इंकार कर दिया था.
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सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म ‘पद्मावत’ से हटाया बैन
यहां सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया नहीं कि उधर करणी सेना ने फिर से जहर उगलना शुरू कर दिया. राजपूत कम्युनिटी के एक सदस्य ने छत्तीसगढ़ के राज्य गृह मंत्री रामसेवक पैकरा को मेमोरेंडम भेज पद्मावत बन बैन करने की मांग की और ऐसा ना करने पर थिएटर जलाने की धमकी दी.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर बताया कि राजपूत करणी के एक सदस्य ने गृह मंत्री रामसेवक पैकरा को मेमोरेंडम भेज फिल्म 'पद्मावत' को बैन करने की मांग की हैं और ऐसा ना किए जाने पर सिनेमाघरों को जला दिया जाएगा.
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‘पद्मावत’ के निर्माताओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, गुरुवार होगी सुनवाई
दूसरे ट्वीट में ये बयान दिया गया कि यह अंतिम चेतावनी हैं, उसको इस बार खामियाजा भुगतना पड़ेगा. महारानी पद्मावती हमारी आन बान और शान की प्रतिक हैं और अगर छत्तीसगढ़ में फिल्म लगा तो इसका खामियाज भुगतना पड़ेगा. जहां पद्मावत चलेगा वो सिनेमा घर जलेगा.
बता दें, 10 जनवरी को राजपूत करनी सेना ने पद्मावत को पूरी तरह बैन करने की मांग की और कहा अगर फिल्म रिलीज हुई तो हम सिनेमाहाल में पब्लिक कर्फ्यू लगा देंगे.