शाहरुख़ खान कि फिल्म पठान का डायलॉग्स याद हैं न 'कुर्सी कि पेटी बाँध लीजिये.. मौसम बिगड़ने वाला है। फिर कैसे शाहरुख खान के साथ मिलकर सिद्धार्थ आनंद ने मौसम बिगाड़ दिया था। एक बार फिर सिद्धार्थ ने ऐसा ही कुछ कमाल किया है। सिद्धार्थ कि फिल्म फाइटर रिलीज़ हो गयी है और हम आपको इसका पहले रिवियु बताने जा रहे हैं।
Film: Fighter
Cast: Anil Kapoor, Hrithik Roshan, Deepika Padukone, Karan Singh Grover, Akshay Oberoi, Rishabh Sawhney, Sanjeeda Shaikh, Ashutosh Rana, Talat Aziz
Director: Siddharth Anand
Rating: 4.5 Moons
सिद्धार्थ कि फिल्म फाइटर में ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की जोड़ी पहली बार स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आ रही है। फिल्म गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले ही इसे आज रिलीज कर दिया गया है। फिल्म को लेकर दर्शकों में काफी एक्साइटमेंट रही और इसकी रिलीज के साथ ही लोगों का इंतजार भी खत्म हो गया। मूवी देशभक्ति के जोश और जज्बे से भरपूर है। इसमें दीपिका, ऋतिक रोशन के साथ अनिल कपूर और सुनील ग्रोवर फाइटर पायलट के रोल में दिखाई दे रहे हैं। फिल्म को देखने के बाद हर किसी का सीना गर्व से फूल जाएगा।
फिल्म की कहानी सच्ची घटना से प्रेरित है। इसमें पुलवामा अटैक और बालाकोट एयर स्ट्राइक की कहानी को दिखाया गया है। फिल्म में पुलवामा अटैक की दर्दनाक तस्वीरें फिल्म को इमोशनल बना देती हैं। इसके साथ ही बालाकोट एयर स्ट्राइक के सीन भी दिखाए गए हैं। फिल्म का गाना ‘मेरी हीर आसमानी’ गाना काफी जोशीला सॉन्ग है। गाने को टीम अप करने और आपसे में बॉन्ड बढ़ाने के लिये फिल्माया गया है।
फिल्म कि कहानी शुरू होती है श्रीनगर कश्मीर से, जहां पाकिस्तान का आतंकी संगठन जैश भारत के खिलाफ बड़ी साजिश करने में जुट गया है। ये ज़िम्मेदारी है अजर अख़्तर के कंधों पर, जिसे बेहतर बारूद को कोई नहीं समझ सकता। इस बार अजर अख़्तर के निशाने पर श्रीनगर का एयर फ़ोर्स स्टेशन है। अजर अख़्तर को रोकने की जिम्मेदारी के है रॉकी (अनिल कपूर) की टीम की, जिसमें ख़ुद को पायलट नहीं फाइटर समझने वाला शमशेर पठानिया (ऋतिक रोशन) , गुड बॉय सरताज गिल (करण सिंह ग्रोवर), शमशेर ख़ान (अक्षय ओबरॉय) और मीनल राठौड़ (दीपिका पादुकोण) शामिल हैं। मिनी एक हेलीकॉप्टर पायलट है और बाक़ी सारे सुखोई जेट पायलट। अब देश को बचाने की इस जंग में किस तरह से भारत की जीत होती है, ये जानने के लिए आपको ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर थिएटर जाकर देखनी होगी।
फाइटर के साथ सिद्धार्थ आनंद ने इंडिया की सबसे बड़ी एरियल एक्शन फिल्म दिखाने का जो वादा किया, वो पूरी शिद्दत के साथ निभाया है। आमतौर पर जब भी हिंदी फिल्मों में फाइटर प्लेन दिखाए जाते हैं, तो ज्यादातर पायलट के एक्सप्रेशन और जेट का एक्शन मेल नहीं खाता। ऐसे सीन से रिलेट करना मुश्किल हो जाता है। कंगना रनौत की तेजस में ये बात साफ नजर आ रही थी। लेकिन सिद्धार्थ आनंद ने हमें हॉलीवुड को टक्कर देने वाले एक्शन सीन दिखाए हैं। इस तरह का कुर्सी से जोड़कर रखने वाला हवाई युद्ध अब तक हिंदी सिनेमा में हमने नहीं देखा है।
डायरेक्शन और राइटिंग
फिल्म में एयर में जो फाइटर प्लेन के साथ स्टंट फिल्माये गए हैं वो बेहद शानदार हैं। ऋतिक ने जो स्टंट किए हैं उनकी खूब तारीफ हो रही है। वो इसमे प्लेन से खेलते नजर आ रहे हैं। '
इस फिल्म में फाइटर का किरदार ऋतिक का है, जाहिर सी बात है कहानी उनके इर्द-गिर्द घूमती है। पैटी की दोस्ती, उसकी दुश्मनी, टीम में होकर भी उसका सबसे दूर रहना, जंग के मैदान पर उसकी बेबाकी उन्होंने पूरी ईमानदारी से दिखाई है। सिर्फ मसल और एक्शन से ही नहीं बल्कि अपनी एक्टिंग से भी ऋतिक हमें प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। जितनी सफाई से ऋतिक फाइट सीन करते हैं, उसी सफाई से वो एक मेंटर की समझ या अपने प्यार से बिछड़ने का गम भी हमारे सामने पेश करने की कोशिश करते हैं।
मीनल राठोड यानी मिनी को दीपिका पादुकोण पूरी तरह से न्याय देने की कोशिश करती हैं। ऋतिक की इस फिल्म में सिद्धार्थ ने दीपिका को भी जरूरी स्क्रीन स्पेस दी है। लेकिन इस फिल्म में दीपिका का किरदार एक हेलीकॉप्टर पायलट का है। हेलीकॉप्टर पायलट एयर फोर्स में जख्मी फौजियों को लोकेशन से अपने बेस पर लाने का काम करते हैं। यही वजह है कि उनके किरदार को ज्यादा एक्शन करने का स्कोप नहीं है। फिर भी मिनी का किरदार महत्वपूर्ण है। लेकिन पठान में एक्शन सीन में अपना जलवा दिखाने वाली रुबीना से फाइटर की मिनी थोड़ी कम प्रभावी लगती है।
अनिल कपूर ने हमेशा की तरह अच्छा काम किया है। करण सिंह ग्रोवर फिर एक बार ‘दिल मिल गए’ के अरमान मलिक की याद दिलाते हैं। अक्षय ओबेरॉय के संग बाकी किरदारों ने भी उन पर सौंपी गई जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाई हैं। फिल्म के क्लाइमेक्स से पहले शारिब हाशमी हमें सरप्राइज कर देते हैं।
अजर अख्तर का किरदार ऋषभ साहनी ने निभाया है। अंग्रेजी में ऋषभ के सरनेम की स्पेलिंग की तरह उन्होंने निभाया हुआ किरदार भी बहुत कॉम्प्लेक्स हैं। ये ऋषभ की पहली फिल्म है और उनके इस किरदार में एक फ्रेशनेस है। वो लाउड नहीं है, फिर भी उसके खतरनाक इरादे हमें फिल्म देखते हुए बेचैन कर देते हैं। और यही ऋषभ के एक्टिंग की जीत है।