संजय लीला भंसाली की मोस्ट अवेटेड फिल्म पद्मावत रिलीज के लिए तैयार है. लेकिन जैसे-जैसे इसकी रिलीज की डेट नजदीक आती जा रही है, वैसे वैसे राजस्थान के राजपूत समाज का विरोध बढ़ता ही जा रहा है. बात यहां तक बिगड़ गई है कि राजपूत समाज ने शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान यह चेतावनी दी है कि जिस दिन फिल्म रिलीज होगी, उस दिन लंका दहन हो जाएगा। जिन सिनेमाघरों में फिल्म लगेगी, उसे जलाकर खाक कर दिया जाएगा. यही नहीं राजपूत समाज ने संजय लीला भंसाली की पिटाई करने की भी बात कही है.
वहीं खुफिया एजेंसियों की माने तो फिल्म को लेकर राजपूत समाज की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है और इसकी वजह से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है. दूसरी ओर फिल्म को लेकर सियासत भी गर्म होती नजर आ रही है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजपूत समाज के चार मंत्रियों और 10 विधायकों सहित पार्टी के मुख्य नेताओं को विरोध करने वालों को समझाने की जिम्मेदारी दी है, लेकिन इसके बाद भी विरोधियों के तेवर कम होते नजर नहीं आ रहे. यहां तक कि राजपूत समाज की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर करने का निर्णय लिया है.
वहीं दूसरी ओर राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने शनिवार को एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा 'यदि 25 जनवरी को फिल्म रिलीज होगी, उस दिन कर्फ्यू लगाया जाएगा. इस दिन लंका दहन होगा, जिसमें बहुत कुछ जलेगा.' कालवी ने पुराने दिन याद कराते हुए कहा इससे पहले आमिर खान की फिल्म 'फना' के समय गुजरात और 'जोधा अकबर' के समय राजस्थान में कर्फ्यू लग चुका है. ऐसा ही इस बार भी होगा. उन्होंने सिनेमा घर के मालिक को से कहा 'वह खुद तय कर ले कि उन्हें खिलजी के साथ रहना है या रानी पद्मावती के साथ, सिनेमा घर के मालिक तय करें कि रिलीज के दिन दिवाली मनाएंगे या लंका दहन करेंगे. हम लंका दहन के लिए पूरी तरह तैयार है.'
यहां तक कि यह भी चेतावनी दे दी गई कि 24 जनवरी को करणी सेना की ओर से मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और लोगों की गिरफ्तारियां भी दी जाएगी. यह कम था कि करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह मामड़ाली ने चेतावनी देते हुए कहा कि 'यदि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में संजय लीला भंसाली या प्रसून जोशी शरीक होंगे, तो उनकी जूते चप्पलों से पिटाई हो सकती है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि चित्तौड़गढ़ में 25 जनवरी को महिलाओं के जौहर कार्यक्रम में अब तक 2000 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है.'
वहीं दूसरी ओर विरोध की इस अग्नि को शांत करने के लिए निर्माता संजय लीला भंसाली ने राजपूत नेताओं को पद्मावत देखने का निमंत्रण भेजा है. हालांकि राजपूत समाज ने इसे नाटक करार दिया है. इस मामले में बात करते हुए करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने पत्रकारों को बताया कि 'भंसाली की ओर से उन्हें एक पत्र मिला है, जिसमें उन्हें फिल्म देखने का न्योता दिया गया है. कालवी ने कहा कि फिल्म रिलीज होने की तारीख निकट आ रही है और अब यह नाटक संजय लीला भंसाली कर रहे हैं. जिससे यह साबित किया जा सके कि वह राजपूत संगठन को निमंत्रण दे चुके हैं.'