शायद शीर्षक पढ़के कुछ लोग चौक गए होगे. यह कब हुआ कहा दिखाई दिया ऐसे कुछ सवाल मन मे उठे भी होगे यह नब्बे के दशक की बात है शायद 1994 की बात होगी 'फिल्म फेअर ' के कवर पेजपर आमिर खान और श्रीदेवी की एकसाथ छबी देखके सब चौक गए क्यों कि यह दोनो कभी एकसाथ भूमिका करेंगे या एक दुसरे को सूट होगे ऐसा कभी किसी ने सोचा भी नही था मगर उनको एक साथ किसी फिल्म मे लाने की कोशिश कि तो? वो जानने के लिए ही गौतम राजाध्यक्ष ने यह फोटो शूट किया था मगर जो रिजल्ट आया वो अच्छा नही था श्रीदेवी के साथ आमिर बिल्कुल छोटे लग रहे थे सलमान खान के साथ 'चंद्रमुखी ' और 'चांद का टुकडा ' इन दो फिल्मो मे श्रीदेवी खास जम नही गयी इसलिए यह दोनो फिल्मे बुरी तरह फ्लॉप हुई.
श्रीदेवी और माधुरी एक फिल्म में...
हां.... ऐसे हुआ था. वो भी निर्देशक रमेश सिप्पी की फिल्म में अस्सी के दशक की यह बात है श्रीदेवी हिंदी फिल्मो मे कदम जमा रही थी विनोद खन्ना ने 'इंसाफ' फिल्म से कमबॅक किया था मगर माधुरी दीक्षित का 'तेजाब ' रिलीज होने के पहले का वक्त था ऐसे मे जुहू के एक फाइव स्टार हाॅटेल मे इन तीनो को एकसाथ लानेवाले 'जमीन ' फिल्म का शानदार महुरत हुआ मगर दुर्भाग्यवश यह फिल्म यहीं पर बंद हुई अन्यथा एक ही फिल्म मे दो बड़ी अभिनेत्रियां एकसाथ काम करते वक्त नजर आती.
बालासाहेब और श्रीदेवी की मुलाकात
शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरेजी को फिल्म से काफी लगाव था 'अग्निसाक्षी', 'सबुत', 'रणभूमी' ऐसी कुछ फिल्मों के महुरत उनके हाथो हुए कभी खास फिल्म पार्टी मे भी उन्हे आमंत्रित किया जाता था ऐसे ही एक इवेंट मे वो आए तब श्रीदेवी ने उनसे मुलाकात की. बालासाहेब काफी फिल्में देखते भी थे और कुछ रिफरेन्स उन्हे याद भी रहते थे ऐसे ही कुछ उनकी बातो से श्रीदेवी इम्प्रेस हुई ऐसा यह छायाचित्र कहता है.