बॉलीवुड की ‘चांदनी’ इस दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं. श्रीदेवी का दक्षिण भारत से बचपन का नाता था. उनके निधन की खबर सुनकर समूचे दक्षिण भारत में शोक की लहर दौड़ गई थी. 28 फरवरी को श्रीदेवी के अंतिम दर्शन के लिए उनके फैंस जमा हुए थे, जिसके बाद उन्हें अंतिम विदाई दी गई.
उनकी याद में आज मीत ब्रदर्स और सोसाइटी ने मिलकर एक प्रार्थना सभा रखी थी, जहां बोनी कपूर दिखाई दिए. इस प्रार्थना सभा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी, जहां बोनी कपूर सारी रस्में निभाते हुए दिखाई दिए. इस सभा में पाठ और पूजा रखी गई थी, जिसके बाद श्रीदेवी को श्रद्धांजलि दी गई.
हाल ही में अनिल कपूर और बोनी कपूर ने हरिद्वार में श्रीदेवी की अस्थियों को विसर्जित किया. वहां बोनी श्रीदेवी को याद करके फफक फफक कर रोने लगे. बताया जा रहा है कि 1993 में जब श्रीदेवी हरिद्वार में एक फिल्म की शूटिंग के लिए रुकी हुई थी तब उन्होंने वादा किया था कि वो हरिद्वार लौटेंगी. इसी के चलते अब बोनी कपूर ने रामेश्वरम के बाद हरिद्वार उनकी अस्थियों को विसर्जित किया.
आपको बता दें कि बॉलीवुड की सुपरस्टार श्रीदेवी के जाने के बाद भी उनके पति बोनी कपूर की यादों में श्रीदेवी आज भी जिंदा हैं और इसलिए उनकी पूरी कोशिश है कि वो श्रीदेवी की हर वो इच्छा पूरी कर दें, जो उनके जीते जी पूरी नहीं हो पाई. ये ही वजह है कि उन्होंने अपनी बेटी जाह्नवी का जन्मदिन 6 मार्च को मनाया ठीक उसी तरह से जिस तरह से श्रीदेवी चाहती थीं.
श्रीदेवी का निधन 24 फरवरी को दुबई में हुआ था और अंतिम संस्कार 28 फरवरी को मुंबई में हुआ. पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह डूबना बताई गई.